Breaking News

जम्मू-कश्मीर : कुलगाम में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया, हथियार बरामद

क्षिण कश्मीर (South Kashmir) के कुलगाम जिले (Kulgam District) के हसनपोरा में सुरक्षाबलों ने रविवार आठ घंटे से अधिक चली मुठभेड़ (Encounter) में आधी रात बाद दो आतंकियों (terrorists) को मार गिराया। मारे गए आतंकियों की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है। रात होने के कारण सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर रखा है। यह इस साल की आठवीं मुठभेड़ है। नए साल के पहले सप्ताह में अब तक 13 आतंकी मारे जा चुके हैं। जिसमें ज्यादातर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-ताइबा (Lashkar-e-Taiba) के टॉप कमांडर शामिल हैं।

पुलिस के अनुसार, रविवार को सुरक्षाबलों को हसनपोरा गांव में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने शाम को संयुक्त रूप से इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। इसी दौरान छिपे दहशतगर्दों ने फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। मौसम खराब होने और अंधेरा होने के कारण गांव से आने-जाने के सभी रास्ते सील कर दिए गए। इस बीच रात लगभग एक बजे सुरक्षाबलों की घेराबंदी तोड़कर भागने के प्रयास में दो आतंकी मारे गए। आबादी वाला इलाका होने के कारण सुरक्षाबल एहतियात बरत रहे हैं। आशंका है कि घटनास्थल पर कुछ और आतंकी मौजूद हो सकते हैं। सुरक्षाबल सुबह होने का इंतजार कर रहे हैं।

दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों को मिल रही सफलता
इस साल की शुरुआत से विशेष तौर पर दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ अभियान में बड़ी सफलता मिल रही है। इस साल अब तक मारे गए 13 आतंकियों में सात इसी इलाके में मारे गए हैं।

कुलगाम में इस सप्ताह दूसरी मुठभेड़
इससे पहले चार जनवरी को कुलगाम के ओके इलाके में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-ताइबा के छद्म संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के दो स्थानीय आतंकियों को मार गिराया था। इनके पास से एक एके राइफल व पिस्टल बरामद की गई थी। इसके अलावा पांच जनवरी को पुलवामा में जैश के तीन आतंकी मारे गए थे।

मजबूत इनपुट से आतंकियों को झटका
आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को मिल रही इस सफलता का कारण लोगों के बीच से आ रहीं खुफियां सूचनाएं हैं। पुष्ट सूचनाओं के कारण सुरक्षाबलों को जबरदस्त सफलता मिली है। हाल ही में आईजी कश्मीर विजय कुमार ने स्वीकार किया था कि मजबूत इनपुट के कारण आतंकियों को काफी नुकसान हुआ है। हमारे पास आने वाली सूचनाओं में 80 फीसदी मानवीय सूचनाएं हैं।