पूरे हिंदुस्तान में जहां कोरोना से त्राहि त्राहि मची हुई है तो वही राजस्थान भी इस महामारी से अछूता नहीं है। ऐसे में सरकार द्वारा “जन अनुशासन पखवाड़ा” लाया गया। जिसके तहत आव्यशक सेवाओं को छूठ प्रदान की गयी। राजस्थान में तेज से फैल रहे कोरोना संक्रमण के कोहराम के बीच राजधानी जयपुर की प्रतिष्ठित एमजीडी स्कूल (MGD School) ने सोमवार को संवेदनहीनता की हदें पार कर दी.सोमवार को सरकारी नियमों को धत्ता बताते हुये छात्राओं को प्रैक्टिल परीक्षा के लिये बुलाया. यहीं नहीं शिकायत पर जांच करने गई शिक्षा विभाग की जांच ऑफिसर को धमकाया भी.
डीईओ ने सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल जय श्री जैन को जांच के लिए एमजीडी स्कूल (MGD School) भेजा. जांच अधिकारी को देख एमजीडी स्कूल का प्रशासन बिफर गया. उसने जांच अधिकारी को 2 घंटे तक भीतर बिठाये रखा. लेकिन इससे पहले ही जांच अधिकारी ने प्रैक्टिकल देती छात्राओं के वीडियो फुटेज बना लिए. छात्राओं से बातचीत का वीडियो भी बना लिया.
जहा सरकार प्रयास कर रही है,जनता को अनुशासन में रखने की,कोरोना गाइडलाइन्स (Corona Guidelines ) की पालना करवाने की लेकिन एमजीडी स्कूल (MGD School) द्वारा कोरोना नियमो की धज्जियाँ उड़ाई गयी है।
जांच अधिकारी ने जब स्कूल प्रशासन (MGD School) को कहा कि आप कोरोना गाइडलाइन(Corona Guidelines ) की अवहेलना कर रहे हैं तो स्कूल प्रशासन बोला कि आप हमें यह कहने वाले कौन होते हैं ? हमने कलक्टर से परमिशन ले रखी है. इस बीच सीबीईओ ने स्कूल प्रशासन को जांच अधिकारी को छोड़ने के लिए कहा तो उन्होंने इंकार कर दिया. सीबीईओ ने इसकी जानकारी डीईओ माध्यमिक को दी. डीईओ ने जब स्कूल प्रशासन को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी तब कहीं जाकर जांच अधिकारी जयश्री जैन को स्कूल ने छोड़ा.
जब विद्या के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल ही ऐसे कोरोना नियमो का पालन नहीं करेंगे तो बाकी के लोगो को क्या सिखायगे. अधिकारियों ने कहा कि मोबाइल में जांच अधिकारी द्वारा लिए गए कुछ फुटेज स्कूल प्रशासन ने जबरदस्ती डिलीट करवा दिए. पूरे मामले की रिपोर्ट जिला कलेक्टर को भेजी गई है. इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भी पूरी रिपोर्ट भेजी गई है. शिक्षा विभाग कर्फ्यू और सरकार के अनुशासन पखवाड़े के बीच मैं प्रैक्टिकल आयोजित करने की इस घटना को गंभीर मान रहा है और पुलिस में एफआईआर कराने तक के बारे में सोच रहा है.