उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने राज्य के स्थापना दिवस और साथ ही अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा छह माह बाद भी नेता नहीं चुन पाए हैं।
राज्य का नाम बदले हुए 50 साल
उन्होंने कहा कि राज्य का नाम कर्नाटक किए हुए 50 साल हो गए हैं। राज्य के लोगों और सरकार के पास इसे मनाने का मौका है। सरकार ने पूरे साल जश्न मनाने का फैसला किया है। स्थापना दिवस पर कन्नड़ ज्योति को लॉन्च किया गया था। इसके अलावा, गडग में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस स्वर्ण जयंती के अवसर पर पहले ही भुवनेश्वरी भवन के निर्माण की घोषणा कर चुके हैं।
उम्मीदवारों के चयन को लेकर सर्वे …
पत्रकारों ने उपमुख्यमंत्री शिवकुमार से पूछा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के चयन को लेकर सर्वे कहां तक पहुंचा है, इस पर उन्होंने कहा, ‘हमने पहले ही मंत्रियों को संबंधित जिलों में भेज दिया है। वो हमें वहां के बारे में बताएंगे। करीब 75 फीसदी कार्यकर्ताओं, विधायकों और स्थानीय नेताओं ने राय एकत्र कर ली है।’
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली के नेताओं ने कुछ मार्गदर्शन दिया है और उसके आधार पर उम्मीदवारों के चयन के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं।
पार्टी में अंसतोष कहां
पार्टी में असंतोष की खबरों के बारे में पूछे जाने पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने कहा, ‘हमारी पार्टी में असंतोष कहां है? भाजपा में असंतोष है और इसी वजह से वे अपने नेता नहीं चुन पा रहे हैं। क्या आपने देखा है कोई राज्य या देश जहां सरकार गठन के पांच या छह महीने बीत जाने के बाद भी विपक्ष का नेता नहीं चुना गया है?’