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गुल हुई काबुल की बिजली, तालिबान की वजह से अंधेरे में डूबेगा पूरा अफगानिस्‍तान!

अफगानिस्‍तान (Afghanistan) इन दिनों एक बड़े संकट से गुजर रहा है. राजधानी काबुल (Kabul) समेत देश के कुछ और हिस्‍सों में बुधवार को बिजली न होने की वजह से ब्‍लैकआउट सी स्थिति रही. न्‍यूज एजेंसी स्‍पूतनिक के मुताबिक उजबेकिस्‍तान से देश को होने वाली बिजली सप्‍लाई कुछ तकनीकी वजहों से रोक दी गई है. इसकी वजह से देश में बिजली संकट पैदा हो गया है.

अफगानिस्‍तान की पावर कंपनी दा अफगानिस्‍तान ब्रेशहना शेरकत (DABS) की तरफ से जारी बयान में तकनीकी वजहों का हवाला दिया गया है. लेकिन किसी को भी इस बात पर भरोसा नहीं हो रहा है. कुछ दिनों पहले भी काबुल में इसी तरह से ब्‍लैकआउट हो गया था और पूरा शहर अंधेरे में डूब गया था.

बिजली संकट के लिए जिम्‍मेदार तालिबान

माना जा रहा है कि देश के नए शासक तालिबान की तरफ से अभी तक मध्‍य एशिया के बिजली सप्‍लायर्स को बकाया अदा नहीं किया गया है या फिर सप्‍लायर्स की तरफ से उपभोक्‍ताओं से पैसा इकट्ठा करने के लिए नया फ्रेमवर्क तैयार किया गया है. इस वजह से यह स्थिति पैदा हुई है.

ये तकनीकी समस्‍या उत्‍तरी अफगानिस्‍तान के प्रांतों जैसे बाघलान में भी पैदा हुई और यहां भी अंधेरा छाया रहा. पावर कंपनी की तरफ से जो बयान जारी किया गया है उसमें कहा गया है कि टेक्निकल स्‍टाफ जल्‍द से जल्‍द समस्‍या का समाधान खोजने में लगा है ताकि इस मसले को सुलझाया जा सके.

इसलिए कटी काबुल की बिजली

कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो तालिबान इस समय मध्‍य एशिया के बिजली सप्‍लायर्स को बकाया अदा करने में असफल रहा है. अफगानिस्‍तान की कुल बिजली का 80 फीसदी पड़ोसी देशों जैसे उजबेकिस्‍तान, तजाकिस्तिान और तुर्केमिनिस्‍तान से आता है.

जिस समय तालिबान ने अशरफ गनी की सरकार का हटाकर काबुल पर कब्‍जा किया तो संगठन ने देश की बिजली इकाईयों पर भी कब्‍जा कर लिया. साथ ही इसकी कर्ज की प्रक्रिया भी उनके हिस्‍से आ गई.

अब कहा जा रहा है कि तालिबान सप्‍लायर्स को बकाया राशि अदा करने में असफल है. इसकी वजह है कि वो उपभोक्‍ताओं से फंड इकट्ठा नहीं कर पाए हैं और साथ ही फंड की कमी के चलते भी बिल अदा करने में असमर्थ हैं.

इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को बेचने की तैयारी

अफगानिस्‍तान का इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड अब तालिबान के कब्‍जे में हैं. उसकी मंशा है कि वो इसे कर्जदाताओं को बेच दे ताकि करीब 62 मिलियन डॉलर का बिल चुकाया जा सके. DABAS के कार्यवाहक मुखिया सफीउल्‍ला अहमदजाई ने बताया है कि जल्‍द ही इस प्‍लान को लागू किया जाएगा और पूरे बिल की अदायगी की जाएगी. इसके बाद अफगानिस्‍तान में बिजली का संकट दूर किया जा सकेगा.