उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. इस योजना में कोरोना की वजह से निराश्रित-लावारिस हुए बच्चों को लाभ मिलेगा. यह योजना निराश्रित हुए बच्चों के भरण-पोषण,शिक्षा और सुरक्षा के लिए है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी कार्यक्रम में रहेंगी मौजूद.
बताया जा रहा है कि राज्य में इस योजना के तहत 4050 बच्चों लाभ मिलेगा. प्रदेश में 240 बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई. वहीं, 3810 ऐसे बच्चे हैं, जिनके माता-पिता में से किसी एक की कोरोना की वजह से मौत हुई है.
हर महीने 4 हजार रुपये की मदद करेगी सरकार
0 से 18 साल के बच्चे, जिनके माता या पिता या दोनों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई है, उन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत 4 हजार रु हर महीने की आर्थिक मदद मिलेगी. इसके अलावा 11 से 18 वर्ष तक की आयु के ऐसे बच्चों को अटल आवासीय और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में फ्री शिक्षा दी जाएगी.
शादी पर 1 लाख रु दिए जाएंगे
कोरोना में अनाथ हुईं लड़कियों को विवाह योग्य होने पर इस योजना के तहत 1 लाख 1 हजार रु की आर्थिक मदद मिलेगी. इसके अलावा कक्षा 9 या उससे ऊपर के 18 साल तक के छात्रों को टैबलेट/लैपटॉप की सुविधा दी जाएगी.