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कोरोना संकट में इस कंपनी ने बढ़ाई 15 फीसदी वर्कफोर्स, कर्मचारियों को दिया बोनस, खोले नौकरी के द्वार

देश में कोरोना संकट के बीच लागू हुए लॉकडाउन में लाखों लोगों की नौकरियों के लाले पड़ चुके हैं. इस महामारी के दौर में कई कंपनियां बंद हुईं है. हाल ही में देश की सबसे पुरानी एटलस कंपनी ने अपना हरियाणा का प्लांट बंद कर दिया था. जिसके बाद हजारों कामगरों की नौकरियां चली गईं. ऐसे में दवा बनाने वाली बड़ी कंपनी टीसीजी लाइफसाइंसेज (TCG Lifesciences) कोरोना संकट काल में अपनी वर्कफोर्स में 15 फीसदी इजाफा करने जा रही है. यानि कि मौजूदा वित्त वर्ष में नई भर्तियां शुरू करेगी. बता दें कि टीसीजी लाइफसाइंसेज ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब तमाम दूसरी कंपनियां कर्मचारियों की सैलरी काट रही हैं या छंटनी के लिए मजबूर कर रहीं हैं. कोरोना महामारी के चलते उनके कारोबार पर काफी बुरा असर पड़ा है. कंपनी का कहना है कि कोरोना महामारी के बीच नौकरी को लेकर पैदा हुआ संकट को खत्म करने के लिए टीसीजी ने यह कदम अख्तियार किया है. इससे कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ेगा और फिर से अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी. साथ ही कंपनी ने कर्मचारियों के लिए पूरा सालाना बोनस भी जारी किया है. जानकारी के लिए बता दें कि यह कंपनी कॉन्ट्रैक्ट पर रिसर्च मैन्‍यूफैक्‍चरिंग सेवाएं मुहैया कराती है. जो कि देश की नामी कंपनियों में से एक है.

कंपनी के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘हमने हैदराबाद स्थित मैन्‍यूफैक्‍चरिंग संयंत्र और कोलकाता के आरएंडडी केंद्र में काम करने वाले अपने सभी 1500 कर्मचारियों को पूरा वार्षिक बोनस जारी किया है.’ उन्होंने कहा कि नए कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो गई है..

1500 कर्मचारियों को मिलेगा बोनस-

पूर्णेंदु चटर्जी ग्रुप टीसीजी लाइफसाइंसेज की प्रमोटर है. कंपनी ने अपने कर्मचारियों की तरक्की के लिए सालाना अप्रेजल की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. यह कंपनी ड्रग डिस्‍कवरी के क्षेत्र में काम करती है. इसने अपनी वर्कफोर्स को तीन शिफ्ट में बांट दिया है. इसमें सरकार की सुरक्षा संबंधी गाइडलाइंस का पूरा खयाल रखा गया है.

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कंपनी के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि अभी तक किसी को भी नौकरी से नहीं निकाला गया है. कोविड-19 के चलते कुछ समय के लिए सभी आर्थिक गतिविधियों को रोक दिया गया था. लॉकडाउन के दौरान कंपनी को भी सभी ऑपरेशन बंद करने पड़े थे. लेकिन, सभी कर्मचारियों और प्रबंधन के सहयोग से कंपनी को इन स्थितियों का सामना करने में मदद मिली.