कोरोना वायरस (कोविड-19) से मुकाबले के लिए टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। इसके बावजूद कुछ लोग कोरोना के खिलाफ टीका लगवाने से कतरा रहे हैं। ऐसे लोगों में बार-बार संक्रमण का खतरा बना रह सकता है। एक नए अध्ययन में इसके प्रति आगाह किया गया है। अध्ययन के अनुसार, कोरोना संक्रमण के बाद स्वभाविक तौर पर बनने वाली इम्युनिटी शरीर में कम समय तक रहती है। एक बार कोरोना की चपेट में आने के बाद भी कोई टीका नहीं लगवाता तो दोबारा संक्रमित होने का खतरा बढ़ सकता है।
अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता और अमेरिका के येल स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर जेफरी टाउनसेंड ने कहा, ‘दोबारा संक्रमण तीन महीने या इससे भी कम समय में हो सकता है। इसलिए जो लोग संक्रमित हो चुके हैं, उन्हें टीका लगवा लेना चाहिए। पूर्व के संक्रमण से बनी इम्युनिटी कम वक्त के लिए सुरक्षा मुहैया करा सकती है।’ शोधकर्ताओं के अनुसार, यह निष्कर्ष दोबारा संक्रमित होने वाले लोगों और इम्युनिटी संबंधी डाटा के विश्लेषण के आधार पर निकाला गया है।
उन्होंने बताया कि कोरोना के कई नए वैरिएंट पाए जा चुके हैं। इनमें से कुछ बेहद संक्रामक हैं। इस स्थिति में पूर्व का इम्यून रिस्पांस (प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया) नए वैरिएंट के खिलाफ कम प्रभावी साबित हो रहा है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में संक्रमित होने वे लोग आने वाले समय में फिर इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है।
दुनियाभर में अब तक कोरोना के 23.53 करोड़ मामले सामने आ गए हैं। वहीं 48 लाख लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां अब तक चार करोड़ 38 लाख मामले सामने आ गए हैं। वहीं सात लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं भारत इस मामले में दूसरे नंबर पर है। यहां तीन लाख 38 हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं।