लखीमपुर कांड की तपिश अभी भी बढ़ती जा रही है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने रविवार को लखीमपुर हिंसा में तीन भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या के लिए जिला प्रशासन और पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। अजय मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की गई वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पुलिस की मौजूदगी में पूरी वारदात हुई यह दर्शाता है कि यह पूरी तरह से जिला प्रशासन और पुलिस की लापरवाही का ही नतीजा था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों को सड़क पर कब्जा करने की अनुमति दी गई। उसके बाद रूट को बैरिकेड भी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी का एक कार्यकर्ता श्याम सुन्दर निषाद जो कि पुलिस के सामने जिन्दा था। वह भागत हुए एम्बुलेंस के पास भी पहुंच गया लेकिन उसे खींचकर मार दिया गया।
उन्होंने कहा कि दोषी पुलिस वाले बख्शे नहीं जाएंगे और सरकार को उनके खिलाफ भी जांच करनी चाहिए। मिश्रा ने ये बात सिघा खुर्द गांव में एक प्रार्थना सभा के दौरान कही है। केंद्रीय गृह राजयमंत्री ने लखीमपुर कांड की हिंसा में मारे गए हरी ओम मिश्रा, श्याम सुन्दर निषाद और शुभम मिश्रा को अपनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी विधायक योगेश वर्मा, बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष श्यामजी पांडेय, विहिप के जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा आदि मौजूद रहे। ज्ञात हो कि लखीमपुर कांड में अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। एसआईटी जांच और पूछताछ के बाद उन्हें जेल दाखिल कर चुकी है। इस कांड में अब तक छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
भाई ने मंत्री का जताया आभार
श्याम सुन्दर के भाई संजीव निषाद ने कहा कि वे खुश हैं कि मंत्री ने इस मुद्दे को उठाया कि पुलिस कस्टडी में उनके भाई की हत्या हुई है। मुझे विश्वास है कि आरोपी जल्द गिरफ्तार होंगे और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उधर एसपी विजय ढुल ने कहा कि उन्हें मंत्री के किसी बयान के बारे में जानकारी नहीं है। पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
सपा ने योगी सरकार पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और एमएलसी सुनील सिंह साजन ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश के गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी जिनका लड़का किसानों को कुचलने पर खुद जेल में है। अब गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा खुद बीजेपी की योगी सरकार को कह रहे हैं कि घटना के लिए जिले का कप्तान, जिलाधिकारी और प्रशासन दोषी हैं। इसका मतलब योगी सरकार दोषी है। जहां उनके गृह राज्यमंत्री खुद सरकार पर आरोप लगा रहे है तो आप समझ सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है। वास्तव में यहां किसानों को न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज कायम है।