केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस के मौके पर बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता यानी IPC, आपराधिक प्रक्रिया संहिता यानी CRPC और एविडेंस एक्ट के कुछ कानूनों में संशोधन किया जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के पहले पुलिस के काम में सेवा का नाम नहीं होता था, लेकीन अब खूब सेवा भाव है. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान दिल्ली पुलिस के योगदान की खूब तारीफ हुई. उन्होंने कहा कि मोबाइल कैमरे द्वारा पासपोर्ट सेवा का सत्यापन होगा और 5 दिनों के अंदर ही अपने घर में आपको सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
अमित शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस को मोबाइल फॉरेंसिक साइंस वैन उपलब्ध कराने से क्राइम के मामलों को जल्द से जल्द सुलझाने और सबूतों को इकट्ठा करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में फॉरेंसिक और एविडेंस एक्ट में काफी बदलाव होने वाले हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 6 साल और उससे ज्यादा सजा के प्रावधान वाले मामलों में फॉरेंसिक साइंस वैन की भूमिका बेहद महत्त्वपूर्ण रहने वाली है. साथ ही उन्होंने कहा कि G20 कार्यक्रम के दौरान दिल्ली पुलिस को बेहद सतर्क रहना होगा, क्योंकि उस वक्त कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष देश की राजधानी में होंगे. अमित शाह ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था से लेकर जम्मू-कश्मीर के अंदर जिस तरह से आतंकियों/पत्थरबाजों के खिलाफ कार्रवाई हुई, ये किसी से छुपा नहीं है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वामपंथी उग्रवादियों के खिलाफ पिछले कुछ सालों के दौरान काफी कार्रवाई हुई है. नॉर्थ ईस्ट राज्यों में भी वहां के स्थानीय लोगों के लिए काफी काम किया है, अफस्पा (AFSPA) जैसे कानून पर हमने काम किया, इसके साथ ही वहां के कई उग्रवादी संगठनों के प्रमुख नेताओं से बातचीत करके, उन्हे समाज के मुख्य धारा में शामिल कराया. गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई में केंद्रीय जांच एजेंसी NIA की कर्रवाई को दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस का साथ मिला. नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान करवाते हुए उन्हें सजा दिलवाई गई.