संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को छह घंटे के राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन का आह्वान किया है। लखीमपुर खीरी कांड को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की गयी है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को जिसके बाद यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इन 14 जिलों में सीनियर आईपीएस अधिकारियों को पहले ही भेजा गया है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो सके। किसी भी सम्भावित वारदात से पहले उसे सम्भाला जा सके। इस बीच एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने किसानों के रेल रोको आंदोलन में उपद्रवी तत्वों के घुसने की भी आशंका जताई है। उन्होंने किसान नेताओं को भी इस बारे में आगाह किया है। उपद्रवी तत्व आंदोलन के बीच घुसकर आंदोलन को हिंसक बना सकते हैं।
लखीमपुर खीरी में भी रेल आंदोलन को लेकर विशेष सावधानियां पुलिस की तरफ से बरती जा रही है। लखीमपुर में एडीजी एसएन साबत, आईजी लक्ष्मी सिंह और डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल कैंप कर रहे हैं। हालांकि किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने सोमवार को होने वाली रेल रोको आंदोलन को स्थगित करने के ऐलान किया है। एक वीडियो जारी कर उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन नहीं होगा।
एडीजी लॉ एंड आर्डर ने कही ये बात
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि कुछ उपद्रवी तत्व आंदोलन में घुसकर किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर सकते हैं। इस बारे में किसान नेताओं को भी बता दिया है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा पुतला जलाने या रेल रोको कॉल का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि किसान नेताओं से संवाद कर समाधान की कोशिश चल रही है। आम लोगों को कोई कठिनाई नहीं होने दी जाएगी।
ये है मामला
लखीमपुर के तिकोनिया में 3 अक्टूबर को किसानों को कार से रौंद दिया गया था जिसमें चार किसानों की मौत हो गयी थी। हिंसा में एक पत्रकार सहित चार लोगों की मौत हो गयी। कांड का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा है जो केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा है। किसान केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा चाहते हैं।