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किम जोंग उन का नया फरमान, अब लोगो को खाना होगा ये मीट

उत्तर कोरिया भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है और तानाशाह किम जोंग उन ने देश की जनता को कम खाने का फरमान जारी किया था. लेकिन सनकी तानाशाह को अब भी संकट से बाहर आने की उम्मीद नहीं है. यही वजह है कि किम जोंग उन ने अब इस समस्या से निजात पाने के लिए एक नया फरमान जारी कर दिया है. किम जोंग उन ने देश की जनता के लिए मैन्यू जारी किया है जिसमें कहा गया है कि लोगों को भोजन की कमी दूर करने के लिए और लजीज भोजन करने के लिए ‘काले हंस’ का मांस खाना चाहिए.

काले हंस का मीट खाने का फरमान

तानाशाह के इस नए फरमान पर उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने कहा है कि देश के सबसे बड़े बतख फार्म में बड़ी तादाद में इन काले हंसों को पाला जा रहा है और प्रजनन कराया जा रहा है. इसका मकसद है कि काले हंसों का औद्योगिक इस्तेमाल हो सके. साथ ही कहा गया है कि उत्तर कोरिया के लोग बेहद स्वादिष्ट काले हंस का मीट खाएं. काले हंसों के इस फार्म को टीवी पर लाइव दिखाया गया ताकि लोगों के बीच इसका मीट खाने की रुचि को बढ़ाया जा सके. इसके अलावा सत्ताधारी दल के लोग अब हंस के मीट को बहुत स्वादिष्ट बताने में जुट गए हैं. साथ ही उनका दावा है कि इस मीट में औषधीय गुण भी होते हैं जो कई बीमारियों से बचाते हैं. इन सब कोशिशों से अधिकारी खाद्य संकट से उबरने की कोशिशों में जुटे हैं.

उत्तर कोरिया के बॉर्डर सील

खाद्य संकट से जूझ रहे उत्तर कोरिया में तानाशाह किम जोंग उन की ओर से आदेश दिया गया था कि जब तक उत्तर कोरिया 2025 में चीन के साथ अपनी सीमाओं को फिर से नहीं खोल देता, तब तक देश के लोगों को कम भोजन करना चाहिए. फिलहाल देश में हालात बहुत नाजुक हैं और इकोनॉमी भी बदतर होती जा रही है. लेकिन तानाशाह के आदेश के बाद अधिकारियों का कहना है कि लजीज काले हंस का मीट लाजवाब है और यह लोगों के लिए स्पेशल फूड साबित होगा. साथ ही इससे संकट से उबरने में मदद मिलेगी.

कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद ही नॉर्थ कोरिया ने अपनी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया था और किसी भी देश से संपर्क नहीं रखा. इस फैसले का असर वहां के कारोबार और आयात पर पड़ा क्योंकि अपने लिए जरूरी सामानों के लिए यह देश चीन पर निर्भर करता है लेकिन उत्तर कोरिया ने चीन से लगे बॉर्डर को भी सील कर दिया था. इन सबकी वजह से देश को कारोबारी घाटा हुआ और वहां के आर्थिक हालात बिगड़ते चले गए.