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कांग्रेस के वरिष्ठ राजनेता गुलाम नबी आजाद को भाजपा के इस नेता से मिला पार्टी में आने का निमंत्रण

कांग्रेस (Congress) छोड़ने के कुछ समय बाद ही वरिष्ठ राजनेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) को भारतीय जनता पार्टी (BJP)से न्योता मिल गया है। हाल ही में कांग्रेस छोड़ने वाले एक और नेता ने भाजपा में उनका स्वागत करने की बात कही है। इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के नेता कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यह कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस आत्म-विनाश, आत्मघाती मोड में है। मेरा सुझाव है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपने अहंकार को अलग रखें। पार्टी मुझसे पूछे तो मैं उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए मना सकता हूं। मैं उन्हें किसी भी हाल में मना लूंगा बस पार्टी मुझे जिम्मेदारी दे।

वहीं, हरियाणा बीजेपी के सीनियर नेता कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि अगर गुलाम नबी आजाद भाजपा में आना चाहें तो पार्टी में उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के समर्पित नेता रहे हैं लेकिन उनके सुझावों को हमेशा दरकिनार किया गया। फिलहाल, उनके सियासी भविष्य को लेकर चर्चाएं जारी हैं। खुद आजाद ने भी भविष्य को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद ने संगठनात्मक चुनाव से पूर्व शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया तथा नेतृत्व पर आंतरिक चुनाव के नाम पर पार्टी के साथ बड़े पैमाने पर ‘धोखा’ करने का आरोप लगाया। आजाद के इस्तीफे को, पहले से ही समस्याओं का सामना कर रही कांग्रेस पार्टी पर एक और आघात माना जा रहा है। पूर्व में कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं जिसमें कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार आदि शामिल हैं । गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे पांच पृष्ठ के त्यागपत्र में अपनी शिकायतों का सिलसिलेवार उल्लेख किया। आजाद ने कहा कि वह ‘भारी मन’ से यह कदम उठा रहे हैं। उन्होंने पार्टी को ”पूरी तरह से बर्बाद हो गयी” बताया और कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिये और प्रदेश स्तर पर क्षेत्रीय दलों के लिये स्थान खाली कर दिया।

इस दौरान आजाद ने आरोप लगाया, ” यह सब इसलिए हुआ क्योंकि बीते आठ वर्षो में नेतृत्व ने एक ऐसे व्यक्ति को पार्टी पर थोपने का प्रयास किया जो गंभीर नहीं था।” उन्होंने आरोप लगाया कि दरबारियों के संरक्षण में कांग्रेस को चलाया जा रहा है तथा पार्टी देश के वास्ते सही चीजों के लिये संघर्ष करने की अपनी इच्छाशक्ति और क्षमता खो चुकी है। पार्टी में बदलाव की मांग करने वाले जी23 समूह का हिस्सा रहे आजाद ने कहा, ” इसलिये खेदपूर्वक और बेहद भारी मन से मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपने करीब 50 वर्षो के संबंध को समाप्त करने का फैसला किया है । मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से त्यागपत्र देता हूं । ” उन्होंने पार्टी में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया को ‘धोखा’ करार देते हुए कहा कि देश में कहीं भी, पार्टी में किसी भी स्तर पर चुनाव संपन्न नहीं हुए।