जम्मू-कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाकर हो रहे आतंकी हमलो के बीच नागरिकों की सुरक्षा की खातिर अब सीआरपीएफ पहले से ज्यादा मुस्तैदी दिखाते हुए चौबीसों घंटे और सातों दिन ड्यूटी में लग गई है। गैर-कश्मीरियों और कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीआरपीएफ जवाब 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं। इस दौरान जगह-जगह न सिर्फ सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं बल्कि संदिग्धों की तलाशी भी ली जा रही है। इसके अलावा पूरे केंद्र शासित प्रदेश में वाहनों की तलाशी के लिए चेक पोस्ट भी बना दिए गए हैं।
सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडर ने कहा, ‘सीआरपीएफ की भूमिका जम्मू-कश्मी के लोगों की सुरक्षा करने की है। हम चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, गाड़ियां चेक कर रहे हैं, अलग-अलग जगहों में सुरक्षा व्यवस्था की देखभाल कर रहे हैं और लोगों में सुरक्षा की भावना को भी बढ़ा रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हाल में हुई नागरिकों की हत्या के बाद यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हम गाड़ियों की चेकिंग कर रहे हैं और जनता की भी तलाशी ले रहे हैं। इसके अलावा हम लोगों को यह महसूस करवाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे यहां सुरक्षित हैं।’
उन्होंने आगे बताया कि केंद्र शासित प्रदेश के लोग इसमें उनका सहयोग भी कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा, ‘यह काम मुश्किल है लेकिन हाल के दिनों में हुई हत्याओं को ध्यान में रखते हुए हमारा मकसद इलाके को सुरक्षित रखना और यहां आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाना है।’ सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर ने बताया, ‘हमने यहां एक 24 घंटे वाला चेक पोस्ट बनाया है और हम सभी स्थानीय, गैर-स्थानीय लोगों की तलाशी ले रहे हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।’