Breaking News

करवाचौथ के दिन इन कामों को करना माना जाता है अशुभ, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजनविधि

करवा चौथ(karwa chauth) का व्रत हर सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और पूरे दिन बिना कुछ खाए पिए रहती हैं. सभी सुहागिन स्त्रियों के लिए ये त्योहार काफी खास माना जाता है. इस साल करवा चौथ 24 अक्टूबर 2021 यानि रविवार को पड़ रहा है. 5 साल बाद फिर इस करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है. करवा चौथ पर इस बार रोहिणी नक्षत्र में पूजन होगा, तो वहीं रविवार का दिन होने की वजह से सूर्य देव का भी व्रती महिलाओं को आशीर्वाद मिलेगा. ये व्रत बहुत नियम और सावधानी से रखा जाता है. आज हम आपको उन्हीं काम के बारे में बताने जा रहे जो आपको व्रत रखते समय नहीं करना है. जिसको करने में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए.

 

इन कामों से करें परहेज

  1. करवा चौथ के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए क्योंकि व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ ही हो जाती है. इसलिए सोने से बचना चाहिए.
  2. पूजा-पाठ में भूरे और काले रंग को पहनना अशुभ माना जाता है. हो सके तो इस दिन लाल रंग के कपड़े ही पहनें क्योंकि लाल रंग प्यार का प्रतीक माना जाता है और पूजा-पाठ में भी शुभ माना जाता है.
  3. खुद न सोने के अलावा इस दिन महिलाओं को घर के किसी भी सोते हुए सदस्य को उठाना नहीं चाहिए. हिंदू शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ के दिन किसी सोते हुए व्यक्ति को नींद से उठाना अशुभ माना जाता है.
  4. सास की दी गई सरगी करवाचौथ पर शुभ मानी जाती है. व्रत शुरू होने से पहले सास अपनी बहू को कुछ मिठाइयां, कपड़े और श्रृंगार का सामान देती है. सरगी का भोजन करें और भगवान की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें.
  5. व्रत करने वाली महिलाओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए. महिलाओं को घर में किसी बड़े का अपमान नहीं करना चाहिए. किसी अपशब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
  6. शास्त्रों में कहा गया है कि करवा चौथ व्रत के दिन महिलाओं को पति से झगड़ा नहीं करना चाहिए. झगड़ा करने से आपको व्रत का फल नहीं मिलता है.
  7. करवाचौथ के व्रत के दिन सफेद चीजों का दान करने से बचना चाहिए. जैसे सफेद कपड़े, दूध, चावल, दही और सफेद मिठाई का दान न करें.
  8. करवाचौथ के दिन नुकीली चीजों के इस्तेमाल से बचना चाहिए. इस दिन सुई-धागे का काम न करें. कढ़ाई, सिलाई या बटन टाकने का काम को भी इस दिन टाल दें.

पूजा का शुभ मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य के अनुसार रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि इस साल 24 अक्टूबर 2021, रविवार सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी, जो अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगी. इस दिन चांद निकलने का समय 8 बजकर 11 मिनट पर है. पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 06:55 से लेकर 08:51 तक रहेगा.

 

पूजनविधि

सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें. इसके बाद सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन करें, पानी पीएं और गणेश जी की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें. इसके बाद शाम तक न तो कुछ खाना और नाहीं पीना है. पूजा के लिए शाम के समय एक मिट्टी की वेदी पर सभी देवताओं की स्थापना कर इसमें करवा रखें. एक थाली में धूप, दीप, चन्दन,

रोली, सिन्दूर रखें और घी का दीपक जलाएं. पूजा चांद निकलने के एक घंटे पहले शुरु कर दें. इसके बाद चांद के दर्शन कर व्रत खोलें.