असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर सत्ताधारी सरकार के साथ विपक्षी दल सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने शादी की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष किए जाने पर तीखा सवाल किया है। उन्होंने कहा कि 18 साल में लोग मोदी को वोट दे सकते हैं लेकिन शादी नहीं कर सकते। ओवैसी ने कहा शारीरिक सम्बन्ध हो सकते हैं, शादी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि इस्लाम में तो जब तक बेटी राजी नहीं होती, निकाह नहीं होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई देशों में तो 14, 16 की उम्र में ही शादियां हो जाती है। यही नहीं जनसंख्या नियंत्रण को लेकर भी ओवैसी ने कहा कि बनाओ दो बच्चे का कानून हम देखते हैं।
इस दौरान ओवैसी ने कहा कि मोदी जी ने औरंगजेब और शिवाजी का जिक्र काशी में किया था। उन्होंने बार बार जोर देकर कहा कि शिवाजी मुसलमानों के खिलाफ नहीं थे। ओवैसी ने कहा कि हम वजीरे आजम से पूछना चाहते हैं कि क्या ज्ञानव्यापी मस्जिद को मोदी सरकार खूबसूरत नहीं बना सकती है? क्या अजमेर की दरगाह को खूबसूरत नहीं बनाया जा सकता है? दिल्ली की जामा मस्जिद का पुननिर्माण नहीं कर सकती है? मथुरा की मस्जिद को सुधारा नहीं जा सकता है?
इस दौरान ओवैसी प्रदेश की विपक्षी पार्टी पर भी हमलावर हो गये। ओवैसी ने मलियाना हाशिमपुरा कांड का जिक्र करते हुए कहा कि आपको सियासी ताकत बनना पड़ेगा। असदुद्दीन ने कहा कि सपा, बसपा वाले कहेंगे कि शेरवानी पहने लंबे आदमी पर यकीन ना करो, लेकिन मुजफ्फरनगर के फसाद का क्या अखिलेश हिसाब दे पाये। जनता की राजीतिक नब्ज टटोलते एआईएमआईएम के मुखिया ने कहा कि मैं कोई शायर नहीं कि आप बस वाह वाह करो। करवट बदलो। आपको अपना नेता पैदा करना पड़ेगा। स्वयं को तय करना होगा कि आप की राजनीतिक दखलअंदाजी कितना है। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश पर शब्दों का हमला करते हुए कहा कि वो कहते हैं कि हमको वोट दे दो लेकिन जब सीएए की बात होती है तो बहरे हो जाते हैं।
शायरना अंदाज में ओवैसी ने कहा कि तू तीर आजमा हम जिगर आजमाते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिंदुओं के वोट आ रही हैं मुसलमानों के वोट से नहीं। उन्होंने कहा कि सभी को अपने वोट की कीमत समझना होगा। ओवैसी ने कहा कि भाजपा सरकार के गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के घर में एक साजिश रची गई। उनके बेटे ने अपनी गाड़ी से 4 किसानों को रौंद दिया। मगर पीएम मोदी टेनी को अपनी कैबिनेट से नहीं हटाते हैं। अगर हटाया, तो यूपी के ब्राह्मण समाज के लोग नाराज हो जाएंगे। यह सब सिर्फ वोट के लिए हो रहा है।