कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते प्रकोप (Growing outbreak of Omicron) को देखते हुए मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) रद्द कर दिए गए (Canceled) हैं। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने रविवार को हुई कैबिनेट बैठक में पंचायत चुनाव रद्द करने का फैसला किया। कैबिनेट की मुहर लगने के बाद इस प्रस्ताव को राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। राज्यपाल से स्वीकृति मिलने के बाद पंचायत चुनाव वाला अध्यादेश निरस्त हो जाएगा।
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पंचायत चुनाव नहीं कराए जाने के पक्ष में थे। उन्होंने रविवार को भी पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में ओमिक्रोन के मामले सामने आए हैं। इसलिए इन परिस्थितियों में पंचायत चुनाव नहीं कराया जाना चाहिए। बीते दिनों भी उन्होंने कहा था कि चुनाव जिंदगी से बढ़कर नहीं है, इसलिए चुनाव टाला जाना चाहिए। कोरोना काल में हुए पंचायत चुनावों को लेकर पिछला अनुभव ठीक नहीं रहा है, इसलिए मेरी राय है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंचायत चुनाव को टाल देना चाहिए।
बता दें कि मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले और दूसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। पंचायत चुनाव तीन चरणों में संपन्न कराया जाना था। पहले जारी अधिसूचना के अनुसार अगले साल की 6 जनवरी को पहले चरण के लिए मतदान होना था। इसके बाद दूसरे और तीसरे चरण का मतदान 28 जनवरी और 16 फ़रवरी को होना था। राज्य के 22 हजार 695 ग्राम पंचायतों के लिए होने वाले चुनाव में करीब 71 हजार 398 पोलिंग बूथ बनाए जाने की योजना थी।
मध्यप्रदेश सरकार ने यह फैसला राज्य में ओमिक्रोन के 8 मामलों के सामने आने के बाद लिया है। रविवार को मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि विदेश से आए करीब 3000 लोगों में 26 कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें से 8 ओमिक्रोन के मरीज थे। हालांकि 8 में से 6 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। बाकी दो लोगों का इलाज चल रहा है।