15 अगस्त पर स्वतंत्रता दिवस हर साल की तरह इस बार भी उल्लास से मनाया जायेगा। वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर की एसीपी श्वेता श्रीवास्तव को सम्मानित किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस पर गृहमंत्री अमित शाह श्वेता को विवेचना उत्कृष्ट पदक देंगे। इस पदक के लिए देश के 152 पुलिसकर्मियों को चयन किया गया है। जो राज्य पुलिस व अन्य जांच एजेंसियां में तैनात हैं। देश के सबसे बड़े प्रदेश से इस पदक के लिए सिर्फ दस पुलिसकर्मियों को चुना गया है। इस बार पदक पाने वालों में 28 महिला पुलिस अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। श्वेता श्रीवास्तव को यह पदक दहेज प्रताड़ना व पशु तस्करी के मामले में दो दर्जन से अधिक आरोपियों को सजा दिलाने के लिए दिया जा रहा है। मूलत: गोरखपुर की रहने वाली श्वेता श्रीवास्तव 2007 बैच की पीपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में एसीपी गोमतीनगर के पद पर तैनात हैं।
श्वेता श्रीवास्तव ने मीरजापुर, रायबरेली व बाराबंकी में बतौर सीओ सिटी तैनात रहते दो दर्जन से अधिक दहेज प्रताड़ना, पशु तस्करी व ठगी के मामलों की विवेचना की। इन मामलों में आरोपियों को जेल भेजा। विवेचना में इतने साक्ष्य प्रस्तुत किये गये कि जालसाजी व पशुतस्करी के मामलों में आरोपियों को उच्चतम न्यायालय से भी जमानत नहीं मिली। मीरजापुर में सीओ एंटी नक्सल के रूप में कई नक्सलवादियों को भी जेल भेजा। साथ ही रास्ते पर लाने के लिए घर वापसी का अभियान भी शुरू किया था। जिसमें कई लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा।
एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव को 2020 में दर्जन भर दहेज, जालसाजी, पशु तस्करी ओर हत्या के मामलों की विवेचना कर रही थी। इन विवेचना में उन्होंने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की। आरोपियों के खिलाफ इलेक्ट्रिानिक, वैधानिक व मौके पर मिले साक्ष्यों व गवाहों के बयान की कड़ियों को सही से पिरोते हुए सजा दिलाई। श्वेता के विवेचना में आरोपियों के बचने के लिए कोई भी रास्ता नहीं दिखा। श्वेता के मुताबिक उनको पिछले साल डीजीपी प्रशंसा चिन्ह भी मिल चुका है। गृहमंत्री उत्कृष्ट विवेचना पदक के लिए प्रदेश के नीता रानी, मुकेश कुमार सिंह, अखिलेश कुमार मिश्रा, घनश्याम शुक्ला, अशोक कुमार, संजय नाथ तिवारी, श्वेता श्रीवास्तव, अरूण कुमार पाठक, अनिल कुमार और रामप्रकाश यादव का नाम शामिल है।