यूपी के प्रयागराज में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फ़ोर्स (एसटीएफ) की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ ने माफिया मुन्ना बजरंगी और दिलीप मिश्रा के दो शार्प शूटर को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। घेराबंदी करने पर बाइक सवार दोनों बदमाशों ने गोली चला दी जिसपर एसटीएफ ने इधर से भी गोली चलाई। गोलीबारी में दोनों बदमाश घायल हो गए। पुलिस ने दोनों घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जब छानबीन की गई तो पता चला मारे गए बदमाश 50,000 इनामी है। छानबीन में यह भी पता चला कि दोनों बदमाश प्रयागराज में एक राजनीतिक व्यक्ति की हत्या करने के इरादे से आए थे।
सीओ एसटीएफ नवेन्दु सिंह के अनुसार मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग के लिए काम करने वाले दो सुपारी किलर के बारे में जानकारी मिली थी। सूचना में मालूम हुआ कि मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद भदोही का 50 हजार इनामी वकील पांडेय और अमजद उर्फ पिंटू चाका के पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के लिए काम करने लगे हैं। सूचना के आधार पर गुरुवार सुबह एसटीएफ की टीम नैनी सोमेश्वर नाथ मंदिर तिराहा के पास चेकिंग कर रही थी। तभी बाइक सवार दोनों बदमाश उधर से गुजरे। लेकिन एसटीएफ को चेकिंग करता देख दोनों भागने की कोशिश करने लगे और फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद एसटीएफ ने घेराबंदी की और गोली चलाई, जिसके कारण दोनों बदमाश घायल हो गए। उसके बाद उन्हें स्वरूपरानी हॉस्पिटल ले जाया गया, मगर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
एसटीएफ के अनुसार मुठभेड़ में मारे गए बदमाश शार्प शूटर थे। इन्होने वाराणसी में सरेआम डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या की थी। साथ ही रांची जेल में बंद कोयला व्यापारी की हत्या का आरोपी अमन सिंह ने वहां के एक डिप्टी जेलर की हत्या की सुपारी इन दोनों शूटरों को दी थी। ये भी सूचना मिली है कि प्रयागराज में भी कोई सनसनीखेज घटना को अंजाम देना था। एनकाउंटर में मारे गए बदमाशों के पास से 32 बोर और 9 एमएम की पिस्टल कारतूस और बाइक मिली है।