गुजरात में भाजपा सरकार द्वारा राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लाने के लिए एक पैनल के गठन की घोषणा के एक दिन बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सत्तारूढ़ दल भाजपा पर निशाना साधा। विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में बड़े पैमाने पर प्रचार कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “उनका इरादा गलत है।” हालांकि राज्य विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है।
रविवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में केजरीवाल ने कहा, “संविधान के अनुच्छेद 44 में, यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि समान नागरिक संहिता को तैयार करना सरकार की जिम्मेदारी है। इसलिए सरकार को यूसीसी बनाना चाहिए। यह सभी समुदायों के विचार लेकर किया जाना चाहिए।”
केजरीवाला आगे कहते हैं, “भाजपा ने क्या किया है? उन्होंने उत्तराखंड चुनाव से पहले एक पैनल बनाया था। वहां चुनाव जीतकर कमेटी के सदस्य घर चले गए। अब गुजरात चुनाव से पहले, एक पैनल का गठन किया गया है, जो चुनाव खत्म होने के बाद यही करेगा। वे मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में ऐसा क्यों नहीं करते?”
आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख ने आगे पूछा, “अगर वे वास्तव में यूसीसी को देश भर में लागू करने का इरादा रखते हैं, तो वे इसे राष्ट्रीय स्तर पर क्यों नहीं करते? क्या वे लोकसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं?”
गौरतलब है कि गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता में बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में समिति गठित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। सांघवी ने कहा, “यह मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का ऐतिहासिक फैसला है। हमारी सरकार ने आम लोगों के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की इच्छाओं का सम्मान किया है जो इस तरह की संहिता को लागू करना चाहते हैं।” प्रस्ताव, सरकार ने आश्वासन दिया है, संविधान के तहत गारंटीकृत मौलिक अधिकारों का उल्लंघन नहीं करेगा और हिंदू विवाह अधिनियम और मुस्लिम व्यक्तिगत कानूनों को संहिता के तहत कवर किया जाएगा।