उत्तराखंड में एकबार फिर से मौसम के तेवर बदल गए हैं। राजधानी देहरादून समेत कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है। बदरीनाथ हाईवे भनेरपानी, छिनका और क्षेत्रपाल में भूस्खलन के चलते बंद है। वहीं, प्रदेशभर में कुल 144 संपर्क मार्ग अब भी बाधित हैं। जिससे कई गांवों में रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित है, जबकि मौसम विभाग की ओर से देहरादून समेत तीन जिलों में आज तेज बारिश की आशंका जताई गई है। सोमवार से तीन दिन राज्य के ज्यादातर इलाकों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
शनिवार को अधिकतर इलाकों में आसमान साफ रहा। दून समेत आसपास के क्षेत्रों में चटख धूप खिली रही और तापमान में भी इजाफा हुआ। इस बीच पहाड़ों में बंद पड़े मार्गों को खोलने का कार्य भी जारी है। कुछ स्थानों पर संपर्क मार्ग पिछले तीन दिन से बाधित हैं। खासकर उत्तरकाशी में सर्वाधिक 52 मार्ग बंद पड़े हैं। इसके अलावा चमोली में 24 और पौड़ी में 22 मार्गों पर आवाजाही ठप है
ऐसे में कई गांव अलग-थलग पड़े हैं और यहां राशन से लेकर अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित है। कुमाऊं के बागेश्वर में 11 सड़कें बंद होने से करीब 15 हजार लोग प्रभावित हैं। धरमघर-बालीघाट मोटर मार्ग के चिड़ंग के समीप मलबा आने से घंटों वाहनों की लगी लंबी कतार लगी रही। पिथौरागढ़ जिले में 19 मार्ग बंद हैं। दारमा मार्ग 45वें दिन भी नहीं खुल सका है। चंपावत जिले में टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे पर भारतोली के पास मलबा आने से बंद सड़क आठ दिन बाद भी नहीं खुल पाई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक रविवार को देहरादून, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है। सोमवार से बुधवार तक प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।