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उत्तराखंड के चमोली में टूटा ग्लेशियर, भीषण सैलाब में 100-150 लोगों की मौत की आशंका !

बड़ी खबर देवभूमि उत्तराखंड (uttrakhand) से सामने आ रही है. एक बार फिर से उत्तराखंड पर बड़ी आपदा का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल, चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर टूट गया है जिस वजह से धौली नदी में बाढ़ आ गई. ग्लेशियर टूटने के बाद चमोली से लेकर हरिद्वार तक भारी तबाही का खतरा बढ़ गया है. हालांकि, घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन अलर्ट हो गया है और टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. वहीं जिले के नदी किनारे बसी बस्ती को पुलिस जल्द-जल्द खाली कराने में जुट गई है. इसके अलावा हरिद्वार में भी जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है.

मंडराया बाढ़ का खतरा!
मामले पर अपल जिलाधिकारी टिहरी शिव चरण द्विवेदी का कहना है कि, धौनी नदी में बाढ़ की सूचना मिलते ही पूरे जिले में अलर्ट जारी किया गया और थानों व नदी किनारे रह रही बस्तियों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं. लोगों से जल्द से जल्द सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की जा रही है जिससे बाढ़ के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके. ग्लेशियर टूटने की सूचना मिलते ही श्रीनगर जल विद्युत परियोजना को झील का पानी कम करने के आदेश दिए गए हैं जिससे अगर अलकनंदा का जल स्तर बढ़ता है तो अतिरिक्त पानी छोड़ने में दिक्कत ना हो.

कितना हुआ नुकसान?
घटना पर अभी तक नुकसान की स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है लेकिन कहा जा रहा है कि काफी बड़ी मात्रा में नुकसान हुआ है और टीम घटनास्थल पर पहुंचने के लिए रवाना हो चुकी है. ग्लेशियर टूटने की वजह से नदी ने रौद्र रूप ले लिया जिसका वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में नदी का तेज बहाव साफ देखने को मिल रहा है. ऐसे में जितनी जल्दी हो सके लोगों से नदी किनारे वाली जगहों को खाली करने को कहा गया है. मिली जानकारी के मुताबिक, ग्लेशियर फटने के बाद बांध क्षतिग्रस्त हुआ और नदी में बाढ़ गई. नदी में अचानक पानी बढ़ने से तपोवन बैराज पूरी तरह टूट गया है और नदी किनारे काम कर रहे मजदूरों को भी हटाने का काम शुरू हो गया है.

गंगा किनारे न जाएं लोग
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए हरिद्वार तक अलर्ट जारी हुआ है और लोगों को गंगा नदी के किनारे न जाने की सलाह दी जा रही है. स्टेट कंट्रोल रूम की मानें तो इस समय गढ़वाल की नदियों में पानी बढ़ा हुआ है और करंट लगने से कई लोग लापता हैं. पूरी घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जानकारी ली है और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.