रिकॉर्ड अच्छे हों या खराब, कभी न कभी टूट जाते हैं. खासकर जब कोई टीम किसी टेस्ट मैच में 849 रन का पहाड़नुमा स्कोर खड़ा कर ले तो कई बड़े रिकॉर्ड टूटना लाजिमी ही है. इंग्लैंड की टीम ने ये पहाड़नुमा स्कोर बनाया. और दिलचस्प बात है कि भारतीय खिलाड़ी का बदनुमा रिकॉर्ड तोड़ने के करीब कोई बल्लेबाज नहीं बल्कि गेंदबाज पहुंचा. दरअसल, वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम (West Indies Cricket Team) के जिस दिग्गज की हम बात कर रहे हैं उनका आज ही के दिन यानी 14 अगस्त को जन्मदिन होता है. आइए, बताते हैं इस दिग्गज और इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच की पूरी कहानी.
दरअसल, साल 1892 को वेस्टइंडीज के क्रिकेटर ऑस्कर चार्ल्स स्कॉट (Oscar Charlrs Scott) का जन्म हुआ. स्कॉट ने यूं तो वेस्टइंडीज के लिए आठ टेस्ट मैच खेले, लेकिन उनके लिए बुरी याद बनकर सामने आया 1929-30 का वो टेस्ट, जिसमें उनकी गेंदबाजी की जमकर धज्जियां उड़ीं. वेस्टइंडीज ने ये मैच किंगस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ खेला. इसमें इंग्लैंड ने 849 रनों का स्कोर खड़ा किया. इसमें विंडीज स्पिनर ऑस्कर चार्ल्स स्कॉट ने पांच विकेट के लिए 266 रन खर्च किए. टेस्ट क्रिकेट में सबसे महंगी गेंदबाजी की सूची में ये प्रदर्शन अब भी तीसरे स्थान पर है. इस कड़ी में भारतीय स्पिनर राजेश चौहान का शर्मनाक रिकॉर्ड बाल-बाल बच गया, जब उन्होंने 1997-98 में एक टेस्ट में 276 रन लुटा दिए थे. इस मामले में पहले नंबर पर फ्लीटवुड स्मिथ हैं जिन्होंने 298 रन खर्च किए थे.
गेंदबाजी और बल्लेबाजी में ऐसा रहा ऑस्कर का प्रदर्शन
ऑस्कर चार्ल्स स्कॉट ने वेस्टइंडीज के लिए 8 टेस्ट मैच खेले. इनमें 13 पारियों में उन्होंने तीन बार नाबाद रहते हुए 17.10 की औसत से बतौर बल्लेबाज 171 रन बनाए. टेस्ट में उनके नाम एक अर्धशतक तक दर्ज नहीं है. इसमें उनका उच्चतम स्कोर 35 रनों का रहा. वहीं गेंदबाजी में उन्होंने खेल के इस सबसे प्रतिष्ठित प्रारूप में 22 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 266 रन देकर पांच विकेट लेने का ही रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ किया. वहीं मैच में 374 रन देकर 9 विकेट हासिल करने का कारनामा किया. जहां तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की बात है तो उन्होंने 45 मुकाबलों में 24.38 की औसत से 1317 रन बनाए. इसमें 9 अर्धशतक शामिल रहे. उच्चत स्कोर 94 रनों का रहा. 45 प्रथम श्रेणी मैचों में ऑस्कर ने 182 विकेट भी चटकाए. पारी में 67 रन देकर 8 विकेट लेने का बेहतरीन प्रदर्शन भी इसमें शामिल रहा.