कोरोना महामारी की दूसरी लहर थमने के बाद अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लगभग सभी गतिविधियों का संचालन शुरू कर दिया गया है। इसी कड़ी में आज से प्रदेश के प्राइमरी स्कूल (Primary School) खोल दिए गए हैं। हालांकि अभी सिर्फ शिक्षकों को ही स्कूल आने क इजाजत होगी। बच्चे अभी स्कूल नहीं आएंगे।शिक्षकों के लिए स्कूल खोलने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। स्कूल आने वाले सभी स्टॉफ को कोविड-19 प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocol) का पूरा पालन करना होगा।
बच्चों को नहीं होगी स्कूल आने की इजाजत
जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी के कंट्रोल होने के बाद आज से प्रदेश में आज से स्कूल खोलने की इजाजत दे दी गयी है। इस दौरान किसी को भी बिना मास्क और सैनिटाइजर के स्कूल परिषर के अंदर दाखिल होने की इजाजत नहीं होगी। हालांकि अभी बच्चों को स्कूल आने की अनुमति नहीं दी गयी है लेकिन आज से खुल रहे स्कूलों में 6 साल से 11 साल के बच्चों का दाखिला की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यानी 6 से 11 साल के बच्चों के अभिभावकों से संपर्क करने के बाद उनका नामांकन कराया जाएगा ताकि वो बच्चे भी पढ़ाई के साथ ही राज्य सरकार की बाकी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
बालिकाओं का सौ फीसदी नामांकन जरूरी
कोविड-19 की वजह से लंबे समय से बंद स्कूलों में आज से पहुंच रहे शिक्षकों को विद्यालय परिसर में रसोईघर, सभी कक्षाओं और छतों की साफ-सफाई सुनिश्चित कराने के साथ पूरे स्कूल को सैनेटाइज कराने का कार्य करना होगा।
गौरतलब है कि प्रदेश में ई-पाठशाला का चौथा चरण जारी है। इस क्रायक्रम के अंतर्गत 10 प्रेरणा साथी का भी चयन किया जाना है। वहीं रेडियो, दूरदर्शन एवं व्हाट्सएप के माध्यम से जो कार्यक्रम प्रसारित किये जा रहे है उन्हें सभी बच्चों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों की होगी। सभी स्कूलों में जल्द से जल्द 20-20 वृक्ष लगाने की योजना पर भी तेजी से काम किया जा रहा है। साथ ही बालिकाओं को शिक्षित करने के मकसद से उनके सौ फीसदी नामांकन का भी जिम्मेदारी निभानी है।