सपा के कद्दावर नेता आजम खां व उनके बेटे अब्दुल्ला आजम समेत अन्य सपाइयों पर दर्ज मामले में गुरुवार को सुनवाई नहीं हो सकी। गवाह न आने के कारण कोर्ट ने सुनवाई टालते हुए 28 सितंबर की तारीख नियत कर दी है।
मामला जनवरी वर्ष 2008 का है। सपा के कद्दावर नेता आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ कार से बिजनौर की ओर जा रहे थे। छजलैट थाने के सामने पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी। कार के शीशे पर काली फिल्म होने के कारण पुलिस कर्मियों ने जब उनको रोका तो विवाद हो गया। बहस होने पर आजम खां छजलैट थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए।
इसकी सूचना मिलते ही मंडल भर के तमाम सपा के पदाधिकारी भी मौके पर आ गए। इस मामले में छजलैट थाने में आजम खां व उनके बेटे समेत तमाम सपाइयों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। इसके अलावा आजम खां पर इस मामले में कोर्ट में पेश न होने पर वर्ष 2019 में छजलैट थाने में ही फरारी का मामला दर्ज किया गया था।
इस मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट पुनीत गुप्ता के यहां पर चल रही है। गुरुवार को आरोप पत्र में बहस होनी थी। अपर शासकीय अधिवक्ता मनीष भटनागर ने बताया कि गवाह न आने के कारण बहस नहीं हो सकी। अब इस मामले में 28 सितंबर को सुनवाई होगी।