टीम इंडिया के अनुभवी स्पिनर आर अश्विन ने इंग्लैंड के साथ सीरीज में अपने शानदार प्रदर्शन से एक बार फिर साबित किया है कि क्यों उन्हें भारत का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर कहा जाता है। अपने प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का रिकार्ड हासिल करने के साथ ही अश्विन ने सीरीज में गेंदबाजी के साथ ही बल्लेबाजी में भी अहम भूमिका निभाते हुए एक शतक भी लगाया। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरी पारी में उन्होंने 22.5 ओवर में 47 रन पर पांच विकेट लिए। अश्विन ने अपने करियर में 30 बार एक पारी में पांच विकेट लेने का यह रिकार्ड भी इसी टेस्ट में किया। इसके साथ ही उन्होंने पूरी सीरीज में 32 विकेट लिए। यह दूसरी बार है जब अपने करियर में एक सीरीज में 30 या उससे अधिक विकेट लिए हैं। ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज हैं। यह रिकॉर्ड दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह और अनिल कुंबले भी नहीं बना पाये हैं।
अश्विन ने चौथे क्रिकेट टेस्ट मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड के बल्लेबाज डेनियल लॉरेंस को बोल्ड कर इंग्लैंड की पारी समेट दी। इसके साथ ही भारतीय टीम ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में बना बनायी। इसके साथ ही अश्विन के अपने टेस्ट करियर में विकेटों की संख्या 400 के ऊपर पहुंच गयी है। अश्विन अब टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में चौथे नंबर पर पहुंच गये हैं। उनसे आगे हरभजन सिंह, कपिल देव और अनिल कुंबले ही हैं। अश्विन ने इस टेस्ट सीरीज में अपने चेन्नई के घरेलू मैदान में एक शानदार शतक भी लगाया था। यह उनके करियर का पांचवा टेस्ट शतक था।