अयोध्या में हनुमानगढ़ी के नागा साधु महंत कन्हैया दास की बीती रात में ईंट से सिर कूचकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद सनसनी फैल गई। उनका शव चरणपादुका मंदिर की गौशाला में मिला है। नागा साधु महंत कन्हैया दास बसंतिया पट्टी से जुड़े गुलचमन बाग के महंत थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस जांच में जुटी है। हत्या की वजह आपसी रंजिश बताई जा रही है। वारदात की जानकारी होते ही काफी संख्या में हनुमानगढ़ी के नागा साधु इकट्ठा हो गए। वहीं अधिकारी शव को कब्जे में लेकर जांच में जुटे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जिले की कोतवाली रायगंज क्षेत्र स्थित चरण पादुका मंदिर की गौशाला में महंत रात में सोए हुए थे उसी समय उन पर हमला हुआ। पुलिस इस केस की जांच कर रही है और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। मृत महंत के गुरुभाई रामानुजदास चेला रामबरन दास ने आरोप लगाया है कि कन्हैया दास हनुमानगढ़ी मंदिर के पास स्थित गुलशन बाग में भोजन करने के बाद चरण पादुका मंदिर में स्थित गौशाला में सो रहे थे जहां उनकी निर्मम हत्या कर दी गई। उनका जमीन व मकान को लेकर गोलू दास उर्फ शशिकांत दास से विवाद चल रहा था।
उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी विजय पाल सिंह के अनुसार, आरोप के आधार पर गोलू दास को हिरासत में ले लिया है फिलहाल अभी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पूरे केस की जांच की जा रही है इस केस का खुलासा जल्द ही कर दिया जाएगा।