अमेरिका ने तीन वर्षों के बाद पाकिस्तान में अपना स्थायी राजदूत नियुक्त किया है। इनका नाम डोनाल्ड आर्मिन ब्लोम है। ब्लोम फिलहाल ट्यूनेशिया में अमेरिकी राजदूत हैं। इसके अलावा वो काबुल स्थित यूएस डिप्लोमेटिक मिशन, येरूशेलम, कायरो, बगदाद और कुवैत में भी विभिन्न पदों पर रहते हुए अहम भूमिका निभा चुके हैं। बता दें कि पाकिस्तान में वर्ष 2018 में अमेरिकी राजदूत डेविड हेल के जाने के बाद यूएस मिशन की जिम्मेदारी को चार्ज ड अफेयर्स पाल डब्ल्यू जेम्स को सौंप दिया गया था। एंजेला अगेलर को एक्टिंग चार्ज ड अफेयर्स बनाया गया था।
समा टीवी के मुताबिक वर्ष 2020 में जोन्स के दो वर्ष पूरे होने पर तत्कालीन अमेरिकी सरकार के मुखिया राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विलियम एडवार्ड बिल को पाकिस्तान के लिए नया राजदूत नियुक्त किया था। बाद में उनके द्वारा इस पद के लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी न करने पर उनका नाम पीछे ले लिया गया था। अब उनकी जगह पर व्हाइट हाउस ने ब्लोम की नियुक्ति का एलान किया है। आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौर से ही अमेरिका और तालिबान के संबंध काफी खराब चल रहे हैं।
इस दौरान दोनों के बीच संबंधों की खाई काफी बढ़ी ही है। इस दौरान पाकिस्तान को मिलने वाली वित्तीय मदद भी रोकी गई बल्कि देानों ही तरफ से काफी तीखी बयानबाजी भी हुई है। इतना ही नहीं जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद भी ये संबंध सुधरते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं। पाकिस्तान मीडिया में ये भी खबर आई थी कि दो बार पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन को फोन किया था, लेकिन उसका सही जवाब तक उन्हें नहीं मिल सका। इसको लेकर पाकिस्तान की मीडिया ही नहीं बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी काफी हो-हल्ला हुआ था। पिछले दिनों पीएमएल-एन की नेता मरियम नवाज ने कहा था कि इमरान खान की कोई अहमियत नहीं है।