पीएम नरेंद्र मोदी के सत्ता में लगातार 20 साल से बने होने पर गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी बातें रखी हैं। अमित शाह ने पीएम मोदी की खूब उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने प्रशासन की बारिकियों से समझा है। गुजरात में बीजेपी की बहुत हालत खराब थी, उसे पीएम मोदी ने ही खड़ा किया।
मोदी के जीवन में कब-कब चुनौतियां आईं इस सवाल के जवाब में शाह ने बताया कि उनके सार्वजनिक जीवन के तीन हिस्से किए जा सकते हैं। अमित शाह सरकारी न्यजू चैनल पर इंटरव्यू के दौरान अपनी बातें रख रहे थे। मोदी का बीजेपी में आने के बाद का उनका पहला कालखंड संगठनात्मक काम का था। दूसरा कालखंड उनके मुख्यमंत्री का रहा और तीसरा राष्ट्रीय राजनीति में आकर प्रधानमंत्री बने। इन तीन हिस्सों में सार्वजनिक जीवन को बांधा जा सकता है।
आगे शाह ने कहा कि उनको (पीएम मोदी) बीजेपी में भेजा गया, संगठन मंत्री बनाया गया। उस वक्त बीजेपी की स्थिति गुजरात में खस्ताहाल थी और देश में दो सीटें आई थीं, तब वो संगठन मंत्री बने और 1987 से उन्होंने संगठन को संभाला।
1987 के बाद सबसे पहला चुनाव आया अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन का। पहली बार बीजेपी अपने बूते पर कॉर्पोरेशन में सत्ता में आई। उसके बाद बीजेपी की यात्रा शुरू हुई। 1990 में हम हिस्सेदारी में सरकार में आए. 1995 में पूर्ण बहुमत में आए और वहां से बीजेपी ने आजतक पीछे मुड़कर नहीं देखा है।
– जोखिम लेकर फैसले क्यों लेते हैं मोदी?
जब उनसे पूछा गया कि मोदी जोखिम लेकर फैसले क्यों लेते हैं तो शाह ने कहा कि पीएम जोखिम लेकर फैसले लेते हैं ये बात सही है। उनका मानना है और ये बात उन्होंने कही भी है कि हम देश बदलने के लिए सरकार में आए हैं। सरकार चलाने के लिए सरकार में नहीं आए हैं।
हमारा लक्ष्य देश के अंदर परिवर्तन लाना है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को दुनिया में एक सम्मानजनक स्थान पर पहुंचाना है। वो इसलिए नहीं डरते हैं कि सत्ता में बने रहने का लक्ष्य नहीं है। उनका एकमात्र लक्ष्य है इंडिया फर्स्ट। इसलिए दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ जब आप देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो जोखिम के साथ फैसले लेंगे।