टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली को लेकर अटकलें लगाई जा रही है कि वजह जल्द ही राजनीति में उतने वाले हैं। पिछले दिनों में सौरव गांगली ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की, जिसके बाद वह केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के शीर्ष नेता अमित शाह से मिले। सौरव गांगुली ने अमित शाह से दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में मुलाकात की। जिसके बाद दावा किया गया कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। लेकिन अब सौरव गांगुली ने माकपा के वरिष्ठ नेता अशोक भट्टाचार्य से मुलाकात की हैं। जिसके बाद से फिर बंगाल की राजनीति में चर्चाएं शुरू हो गई।
दरअसल बुधवार को अशोक भट्टाचार्य, सौरव गांगुल के घर पहुंचे। यहां पर दोनों के बीच लंबी मुलाकात चली। इस मुलाकात के बाद अशोक भट्टाचार्य ने बताया कि सौरव के घर जाकर उनसे और उनकी पत्नी डोना से काफी बातचीत हुई, क्रिकेट को लेकर सौरव से काफी चर्चा हुई। इसके आगे उन्होंने बताया कि सौरव ने मुलाकात के दौरान मुझसे पूछा कि क्या मैं इस बार भी विधानसभा चुनाव लड़ने वाला हूं। इसके बाद उन्होंने मुझे चुनाव की शुभकामनाएं भी दी। वहीं, इस मुलाकात के बाद अशोक भट्टाचार्य ने सौरव गांगुली के राजनीति में उतरने के भी संकेत दिए। उन्होंने कहा कि सौरव गांगुली को राजनीति में उतरना अच्छा नहीं है।
वरिष्ठ माकपा नेता के मुताबिक, सौरव गांगुली के लिए राजनीति में उतरना अच्छा नहीं है। जिसका जिक्र खुद कई बार दादा भी कर चुके हैं। फिलहाल उनका भी राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है। बता दें कि जब सौरव गांगुली ने राज्यपाल से मुलाकात की थी, तब भी मीडियाकर्मियों ने उसने राजनीति से जुड़े सवाल किए थे। तब उन्होंने उल्टा मीडिया से सवाल कर दिए थे। वहीं, जब वह अमित शाह से मिलने पहुंचे। तब उन्होंने कहा था कि वह बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर यहां आए थे।