तिरूवनंतपुरम। शिक्षा और सांस्कृतिक के लिए केरल की विरासत दुनिया में प्रसिद्ध है। केरल ने शैक्षणिक क्षेत्र में प्रगति की ओर बेहतरीन कदम उठाते हुए देश के पहले डिजिटल विश्वविद्यालय की शुरुआत की। तिरुवनंतपुरम के पास मंगलापुरम स्थित टेक्नोसिटी में इस विश्वविद्यालय का शनिवार को उद्घाटन हुआ। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने की। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने विश्वविद्यालय पट्टिका का अनावरण किया जोकि केरल डिजिटल विज्ञान, नवाचार एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के चांसलर भी हैं। मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समारोह को संबोधित किया। उन्होंने शिक्षा के लिए इस मंच का होना नई पीढ़ी के लिए आवश्यक बताया।
डिजिटल विश्वविद्यालय की शुरुआत राज्य द्वारा नई प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए उसका उपयोग करने के संकल्प का हिस्सा है। श्री नारायण गुरु ओपन विश्वविद्यालय की शुरुआत समेत उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा की गई हालिया पहल की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जीवन के हर पहलू में ज्ञान साहस, बेहतर समझ, स्वीकार्यता और एकता लाता है और साथ ही हमें अज्ञानता के चंगुल से मुक्त कराता है। उन्होेंने कहा कि शिक्षा से जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि देश में पहले डिजिटल विश्वविद्यालय की शुरुआत के साथ ही युवाओं के लिए शानदार अवसर पैदा होंगे। केरल में इस विश्वविद्यालय के होने से यहां के विद्यार्थियों को बेहतर लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि विश्व में हो रहे बदलाव के साथ ही हमें लोगों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने की आवश्यकता है। तकनीकी दक्षता ही ज्ञान के रास्ते खोलेगी।