अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारतीय हवाई सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका है. सूत्रों ने आशंका जताई है कि रेगुलर फ्लाइट से क्रू और पैसेंजर्स, दोनों को खतरा हो सकता है. दरअसल, अमेरिका ने काबुल एटीसी को आज रिलीज कर दिया. इसके बाद भारत की ओर से और फ्लाइट्स भेजना मुश्किल है. गुरुवार को आखिरी राहत-बचाव के बाद भारतीय उड़ानें अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी। अभी तक कोई नीतिगत फैसला नहीं हुआ है, लेकिन फ्लाइट्स पर खतरा बहुत है. उन्होंने कहा, ‘हम फ्लाइट्स के ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. हमारे दिमाग में अभी भी कंधार हाइजैक का वाकया है.’
सूत्र ने कहा कि अगर हमें अफगानिस्तान से सपोर्ट मिल जाता है, तब भी पाकिस्तान पर हमें भरोसा नहीं है. उच्चस्तरीय फैसला होने के बाद नीति बनाई जाएगी. सूत्रों के अनुसार संभावना है कि सरकार पड़ोसी देशों के लिए उड़ान भेज सकती है, और लोग वहां आएं. जिनके पास वैलिड वीजा होगा, फिर उन्हें भारत लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि नीति के अनुसार भारत का राहत बचाव कार्य लगभग खत्म हो चुका है.