तालिबान का अफगानिस्तान पर हथियार के बल पर कब्जा हो जाना दुनिया के लिए चिंता का विषय है। भारत को पड़ोसी होने के नाते यहां उसका ज्यादा असर है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अफगान संकट का जिक्र कर CAA को जरूरी बताया है। अफगान संकट से जुड़ी एक खबर को शेयर करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया है कि अस्थिर पड़ोस की जो ताजा स्थिति है वह बताती है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम क्यों जरूरी है। हमें अपने देश, नागरिकों को हर हाल में बचाना है। सभी को सुरक्ष्ति रखना है। बता दें कि सीएए में पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक समुदायों (हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई और सिख) को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अफगान से भारत लाये लगे लोगें के खौफ को देखा हैं। उन्होंने अफगान से आये लोगों की खबर को शेयर करते हुए लिखा कि, ‘हमारे अस्थिर पड़ोस की ताजा घटना और जिस तरह वहां के सिख और हिंदू बुरे वक्त से गुजर रहे हैं वह बताता है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएसए क्यों जरूरी है। सीएए में बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के छह अल्पसंख्यक समुदायों (हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई और सिख) से ताल्लुक रखने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है। कष्ट में जीवन जी रहे, प्रताड़ना से बचाने के लिए हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई और सिखों को नागरिकता दी जाएगी।
मौजूदा कानून के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को भारतीय नागरिकता लेने के लिए कम से कम 11 साल भारत में रहना अनिवार्य हैं। लइस समय सीमा को पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों के लिए 11 से घटाकर छह साल किया जाना है। 2019 को संसद में पास किया जा चुका है लेकिन दिसंबर 2019 के बाद से इसे अब तक लागू नहीं किया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है कि सुबह काबुल से दिल्ली लौटे 209 लोगों में 24 अफगान सिख भी हैं। अब विदेश मंत्रालय 222 अफगान सिख और हिंदुओं को भी वहां से जल्द निकालेगा। उन्होंने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक अफगानिस्तान में अब भी करीब 400 भारतीय फंसे हो सकते हैं। भारत उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रहा है और इसके लिए वह अमेरिका एवं अन्य मित्र राष्ट्रों के साथ समन्वय से काम कर रहा है।