माफिया अतीक अहमद और अशऱफ ने अपराध की कमाई से करोड़ों की अवैध संपत्ति बना रखी थी. पुलिस को ऐसी आशंका है कि अब उसी संपत्ति को पाने की चाहत में अतीक के गुर्गों के बीच जंग छिड़ सकती है. क्योंकि इस समय माफिया के कारोबार को संभालने वाला अतीक के परिवार से कोई नहीं है. अतीक का बेटा असद अब इस दुनिया में नहीं है, वहीं अन्य बेटे दो उमर और अली जेल में बंद हैं. अतीक के दो बेटे नाबालिग हैं, जो कि बाल सुरक्षा गृह में बंद हैं.
पुलिस ने अतीक के गिरोह से जुड़े लोगों की एक लिस्ट बनाई है. लिस्ट में शामिल हर व्यक्ति की पुलिस तलाश कर रही है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इन्हें पकड़ना इसलिए भी आवश्यक है, ताकि गैंगवार जैसी स्थिति न हो. पुलिस के मुताबिक, अतीक के गिरोह के सदस्य बेहद शातिर तरीके से घटनाओं को अंजाम देते थे. इसमें से कुछ तो बेहद एक्टिव थे, कुछ वारदात को अंजाम देने के बाद पूरी तरीके से निष्क्रिय हो जाते थे. पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि गिरोह में लगभग 130 सदस्य हैं. इनमें से कुछ की मौत भी हो चुकी है.
ऐसी बातें सामने आ रही हैं कि अतीक की यूपी के अलावा राजस्थान सहित अन्य राज्यों में कईबेनामी संपत्तियां हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में हैं. पुलिस उन संपत्तियों के बारे में पता लगा रही है. हालांकि, ऐसी भी कहा जा रहा है कि अतीक के बाद उसकी पत्नी शाइस्ता माफिया के पूरे कारोबार को अपने हाथों में ले सकती है. उमेश की हत्या के बाद शाइस्ता फरार हो गई है, यूपी एसटीएफ की कई टीमें उसका पता लगा रही हैं.
अली को हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया
वहीं, माफिया अतीक का बेटा अली नैनी जेल में बंद है, खबर है कि उसे अबहाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है. उससे सिर्फ अब उसका वकील ही मुलाकात कर सकता है, अन्य लोगों के मुलाकात पर रोक लगा दी गई है. ऐसा अली की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन ने फैसला लिया है. दरअसल, हाल ही में सोशल मीडिया पर अली के नाम का एक पर्चा वायरल हुआ है, जिसमें सपा और बीजेपी को निकाय चुनाव में वोट न देने के लिए कहा गया था.