पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना (Suresh raina) के फूफा अशोक कुमार की हत्या के मामले में फरार चल रहे वॉन्टेड अपराधी छज्जू छैमार को यूपी एसटीएफ ( UP STF) ने रविवार को दबोच लिया है। सुरेश रैना के फूफा पंजाब के पठानकोट के रहने वाले थे। उनकी हत्या पिछले साल अगस्त में घर में घुसकर कर दी गई थी। हत्या से पहली बदमाषों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। इसी मामले में फरार चल रहे वॉन्टेड छज्जू छैमार को गिरफ्तार किया गया है।
यूपी एसटीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि सूचना मिली थी कि सुरेश रैना के रिश्तेदारों के घर में घुसकर डकैती डालने वाले छैमार गिरोह का एक सदस्य गांव में ही छुप कर रह रहा है। इस जानकारी को पंजाब पुलिस के साथ साझा किया गया। पंजाब पुलिस को बरेली बुलाया गया। पंजाब पुलिस और बरेली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में छज्जू छैमार को गिरफ्तार किया गया है।
गिरोह के लोग ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पूछताछ में आरोपी छज्जू ने बताया कि वो अपने अन्य साथियों सावन, मोहब्बत, राशिद, शाहरुख, नौसे, आमिर और तीन अन्य महिलाओं के साथ शाहपुर काडी में रहकर चादर और फूल बेचता था। इन आरोपियिों के पास एक टैम्पो भी था। घटना को अंजाम देने के बाद अपना सारा बोरिया बिस्तर उठा कर फरार हो जाते थे। उसने बताया कि महिलाएं दिन में फूल बेचने के नाम पर रेकी किया करती थीं। इसी रेकी का शिकार सुरेश रैना के फूफा हुए। महिलाएं दिन में फूल बेचने के बहाने अशोक कुमार के घर घुस गईं और जानकारी इकट्ठा कर ली। गैंग के लोग घर को चिन्हित करके रात में घुस गए और छतों पर सो रहे पुरुष और महिलाओं के साथ-साथ बच्चों को डंडे से मारकर घायल कर दिया। घर में रखे हुए जेवर और पैसे लूटकर फरार हो गए। इस वारदात के बाद कुछ साथी भी पकड़े गए थे लेकिन छज्जू वहां से भागकर हैदराबाद चला गया । कुछ दिनों बाद वह हैदराबाद से लौटकर अपने गांव आकर रह रहा था, जिसे आज गिरफ्तार कर लिया गया।
अगस्त 2020 में हुई थी हत्या
सुरेश रैना के फूफा पंजाब में रहकर ठेकेदारी का काम किया करते थे। उन्होंने अपना मकान गांव से थोड़ी दूर थरियाल में बनाया था। अगस्त 2020 की रात में डकैतों ने छत पर चढ़कर सो रहे व्यक्तियों को घायल कर दिया, जिसमें अशोक कुमार की मौत हो गई।