उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में बुधवार की देर रात दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। शॉर्ट सर्किट से लगी आग में दादा-दादी और पोती समेत चार लोगों की जलकर कर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि दो बालिकाएं गंभीर रुप से झुलस गईं हैं। घटना गोपीगंज नगर में राजमार्ग स्थित चुड़िहारी मोहाल वार्ड संख्या 16 की है। जब घर में आग लगी तो सभी गहरी नींद में थे। दीपावली की सुबह-सुबह मिली इस खबर से पूरा इलाका सहम गया।
चुड़िहारी मोहाल्ला निवासी मोहम्मद असलम (65), उनकी पत्नी शकीला सिद्दीकी(62), पोती तश्किया (10) , पुत्री तस्लीम, अलवीरा (12) व रौनक (20) घर के तीसरे तले पर स्थित टिन शेड में गहरी नींद में थे। इस दौरान देर रात करीब एक बजे टिन शेड में शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई।
अस्पताल में हुई दो बच्चियों की मौत
जिसकी चपेट में आने से शकीला और मोहम्मद असलम की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, अन्य झुलस गए। झुलसे बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां से तश्किया पुत्री तस्लीम, अलवीरा पुत्री शराफत और रौनक पुत्री रईस को ट्रॉमा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। यहां उपचार के दौरान तश्किया और अलवीरा की भी मौत हो गई।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घर-गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख
इधर, आग के कारण घर-गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार, क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर अशोक कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक अभिनव वर्मा और बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। वहीं परिजनों के मुताबिक दमकल कर्मियों को सूचित किया गया था मगर वो देर से पहुंचे। दमकल के देर से पहुंचने से लोगों में आक्रोश व्याप्त रहा। एक ही घर मे तीन मौत के बाद से पूरे मोहल्ले में मातम छाया हुआ है। संयोग अच्छा रहा की रईश की पुत्री रौनक की नींद खुल गई। वह आग की परवाह किए बिना भाग कर नीचे पहुंची और परिवार वालों को घटना की जानकारी दी। उन लोगों ने आननफानन शोर मचाते हुए बचाव कार्य शुरू किया। रौनक की नींद नहीं खुलती तो कई और लोग भी आग की चपेट में आ सकते थे।