शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट मंत्री अमित शाह (Cabinet Minister Amit Shah) ने सबसे पहला फोन जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल (LG) और डीजीपी (DGP) को फोन कर शिवखोड़ी मंदिर (Shivkhodi Temple) के पास श्रद्धालुओं पर हुए आतंकी हमले की जानकारी ली. इसके तुरंत बाद, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) से इस आतंकी हमले से जुड़ी सभी जानकारी ली और हताहतों को बेहतर से बेहतर चिकित्सीय सुविधा और सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा, उन्होंने कुछ सख्त निर्देश भी उपराज्यपाल को दिए हैं, जिसका असर जल्द ही घाटी में नजर आना शुरू हो जाएगा.
वहीं, इस बाबत जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया है कि शिवखोड़ी मंदिर से वैष्णो देवी जा रही श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे स्थिति का जायजा लिया है. साथ ही, उन्होंने लगातार स्थिति पर नजर रखने का निर्देश भी दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जघन्य कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें जल्द से जल्द सजा देने का निर्देश भी दिया है. इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी हमले में घायल हुए श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर चिकित्सा देखभाल और सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं.
कैबिनेट मंत्री अमित शाह ने दिए सख्त निर्देश
वहीं इस आतंकी हमले पर दुख प्रकट करते हुए कैबिनेट मंत्री अमित शाह ने कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर के रियासी में तीर्थयात्रियों पर हुए हमले की घटना से बहुत दुःखी है. उन्होंने इस आतंकी हमले के बाबत जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल और डीजीपी से बात कर घटना की जानकारी ली है. उन्होंने कहा है कि इस कायराना हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें जल्द से जल्द कानून के शिकंजे में लिया जाएगा. स्थानीय प्रशासन तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है. उन्होंने ईश्वर से मृतकों के प्रियजनों को इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करने और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की है.
कब और कैसे हुआ श्रद्धालुओं पर आतंकी हमला
रविवार देर शाम जम्मू और कश्मीर के रियासी इलाके के अंतर्गत आने वाले शिवखोड़ी मंदिर से श्रद्धालुओं से भरी बस माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए निकली थी. शिवखोड़ी मंदिर से निकलने के कुछ ही मिनट बाद घात लगाकर बैठे आतंकियों ने बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी. जिसके चलते, ड्राइवर बस से नियंत्रण खो बैठा और बस खाई में जा गिरी. इस आतंकी हमले में दस श्रद्धालुओं की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी और 32 श्रद्धालु गंभीर रूप से हताहत हो गए थे, जिन्हें नारायणा और रियासी डिस्ट्रिक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.