भारत की महिला रेसलर विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं। प्री क्वार्टर फाइनल में उन्होंने विश्व चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से हराया। उसके बाद क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच को हराया। विनेश का यह तीसरा ओलंपिक है और देश को उनसे गोल्ड की उम्मीद होगी। इस मैच में ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट यूई सुसाकी पहले आगे चल रही थीं, लेकिन अंतिम 10 सेकेंड में विनेश ने पूरी बाजी पलट दी।
सुसाकी मौजूदा विश्व चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं। फोगाट पहले राउंड में 0-1 से पीछे चल रही थी लेकिन अंतिम 30 सेकंड में 2 पॉइंट के साथ स्थिति को अपने पक्ष में कर लिया। भारतीय खिलाड़ी अधिकांश मैच में रक्षात्मक थी लेकिन बाद के चरण में उसने चैंप-डी-मार्स एरेना में जीत हासिल करने के लिए खुद को पूरी तरह से लागू किया।
विनेश के पिता महावीर फोगाट ने कहा, ” क्वार्टर फाइनल मैच कांटे की टक्कर का था, ये कोई आम मुकाबला नहीं बल्कि गोल्ड मेडल का फैसला करने वाला मैच था क्योंकि जापान की सुसाकी मेडल की प्रबल दावेदार हैं। विनेश ने इस मुकाबले को जीतकर मेडल की दावेदारी पेश की है। मुझे और पूरे देश को पूरा विश्वास है कि गोल्ड का सपना साकार होगा। मैंने जापान के खिलाफ उसे कुछ टिप्स दिए थे और कहा था कि पहले राउंड में बचकर खेलना, उसने ऐसा किया जिसका उसे लाभ मिला।”
विनेश के पिता ने बताया कि यहां तक पहुंचने का सफर विनेश का सफर चुनौतीपूर्ण रहा है। 2016 ओलंपिक में भी उसकी तैयारी अच्छी थी लेकिन चोटिल होने के कारण उसे बाहर होना पड़ा। 2020 से पहले उसे चोट लगी थी उसका खामियाजा उसे चुकाना पड़ा। लेकिन उसने वापसी की और कड़ी मेहनत करते हुए यहां तक का सफर तय किया।