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यूपी विधानसभा की वेबसाइट हैक! हैकर्स ने डाली आपत्तिजनक पोस्ट

उत्तर प्रदेश विधानसभा (Uttar Pradesh Assembly) की वेबसाइट को हैक (Website Hacked) किया गया है. हैकर्स (Hackers) ने ना सिर्फ उत्तर प्रदेश विधानसभा की वेबसाइट को हैक किया बल्कि वेवसाइट पर आपत्तिजनक पोस्ट (Objectionable Post) भी डाली. इस मामले में यूपी डेस्को ने साइबर थाना लखनऊ में केस दर्ज किया है.

साइबर क्राइम में लिप्ल लोगों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले कई दिनों ने सरकारी वेबसाइट हैक करने का मामला सामने आ रहे हैं. इससे पहले निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैकर कर सैकड़ों फर्जी वोटर आइडी कार्ड बनाने का मामला सामने आया था. मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था.

आपत्तिजनक पोस्ट डाली

विधानसभा की वेबसाइट करने के बाद हैकर्स ने आपत्तिजनक पोस्ट भी डाली. लगातार हो हैक हो रही सरकारी वेबसाइटों से अब ऑनलाइन कार्य प्रक्रिय पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रकरण की जानकारी के बाद इस वेबसाइट का संचालन करने वाली प्रदेश सरकार की संस्था यूपीडेस्को ने लखनऊ में साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. मामले में साइबर थाने की टीम हैकरों की तलाश में जुट गई है.

वहीं चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक करने वाले आरोपी को पुलिस ने पलामू जिले के चौनपुर थाना क्षेत्र के करसो गांव से गिरफ्तार किया था. पुलिस सूत्रों ने बताया था कि मुकेश कुमार नामक इस युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. उपायुक्त शशिरंजन ने निर्वाचन आयोग से प्राप्त निर्देश के तहत गिरफ्तार मुकेश कुमार से खुद पूछताछ की.

चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक मामले में भी यूपी से जुड़े थे तार

उन्होंने बताया कि इस जांच-पड़ताल में जिले के आधा दर्जन पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारी जुटे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग के वोटर आईडी ( तस्वीर पहचान पत्र) बनाने वाले यूआरएल के साथ छेड़छाड़ और हैक का मामला सामने आया था. पलामू में चुनाव आयोग के निर्देश के बाद चौनपुर के करसो के रहने वाले इस युवक को गिरफ्तार किया गया था.

सूत्रों के अनुसार पूरे मामले का नेटवर्क उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों से जुड़ा हुआ था. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी गिरफ्तार व्यक्ति से विस्तृत पूछताछ कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने पलामू जिला प्रशासन को सूचित किया था कि चौनपुर के करसो के इलाके में एक सीएसपी से वोटर आईडी बनाने वाली यूआरएल से छेड़छाड़ की गई है और छेड़छाड़ कर वोटर आईडी तैयार की गई.