यूक्रेन (ukraine) ने मंगलवार को युद्ध से जुड़े देश के पहले बड़े भ्रष्टाचार घोटाले (major corruption scandals) के बाद अपने सबसे बड़े राजनीतिक कदम में एक दर्जन शीर्ष अधिकारियों को बर्खास्त (dozen top officials sacked) करने की घोषणा की। यूक्रेन लंबे समय से भ्रष्टाचार का सामना कर रहा है, युद्ध के दौरान भी ऐसे मामलों से घिरा हुआ है।
एक रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष अधिकारियों को बर्खास्त करने का फैसला नेशनल एंटी-करप्शन ब्यूरो (National Anti-Corruption Bureau) द्वारा जारी की गई तस्वीरों के बाद आया है, जिसमें समुदायों और क्षेत्रों के विकास के लिए जिम्मेदार मंत्री वासिल लोज़िन्स्की (Vasyl Lozynskiy) के कार्यालय में जब्त की गई नकदी को दिखाया गया है. लोज़िन्स्की को गबन के संदेह में गिरफ्तारी के बाद बर्खास्त कर दिया गया था।
36 वर्षीय वासिल लोज़िन्स्की पर आरोप लगाया गया था कि बढ़ी हुई कीमतों पर जनरेटर की खरीद करने के लिए उन्होंने 400,000 डॉलर की रिश्वत ली थी, क्योंकि देश अपनी ऊर्जा ग्रिड पर रूसी हमलों के बाद बिजली की कमी से जूझ रहा था. राष्ट्रपति के सहयोगी माईखायलो पोडोलिएक ने कहा कि बर्खास्त लोगों में उन क्षेत्रों के राज्यपाल और मंत्री शामिल हैं, जिन्होंने युद्ध क्षेत्रों में कार्यों को देखा है. पोडोलीक ने ट्वीट किया, ‘युद्ध के दौरान सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।’
2019 के चुनाव के बाद से ज़ेलेंस्की के साथ काम करने वाले उनके प्रमुख सहयोगी किरीलो टिमोचेंको ने भी अपने इस्तीफे की घोषणा की. 33 वर्षीय टिमोचेंको ने हस्तलिखित इस्तीफे के साथ खुद की एक तस्वीर पोस्ट कर हर दिन और हर मिनट अच्छे काम करने का अवसर देने के लिए राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया। टिमोचेंको को कई घोटालों में फंसाया गया था, जिसमें मानवीय उद्देश्यों के लिए यूक्रेन को दान की गई SUV का पिछले अक्टूबर में कथित व्यक्तिगत उपयोग शामिल है. उनकी जगह कीव क्षेत्र के सैन्य प्रशासन के पूर्व प्रमुख ओलेक्सी कुलेबा ने ली थी।