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यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में तेज हुए हमले, बिजली संयंत्र नष्‍ट, तेल डिपो राख

रूस की ओर से यूक्रेन पर शुरू किए गए हमले (Russia Ukraine War) को अब 13 दिन बीत चुके हैं। दोनों देशों के बीच तीन दौर की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन इसका कोई साकारात्मक परिणाम नहीं निकला है। इस बीच लवीव के मेयर आंद्रे सदोवी(Lviv Mayor Andre Sadovy) ने कहा, हमें वाकई मदद की जरूरत है। यहां करीब दो लाख लोग बेघर हो गए हैं। लोग फिलहाल स्कूल, अस्पताल से लेकर खेल के मैदानों में छिपे हुए हैं। शहर में भोजन पकाने के लिए रसोई तक का इंतजाम नहीं है। रूसी विमानों ने पूर्वी और मध्य यूक्रेन में भारी बमबारी (Heavy bombing in central Ukraine) की। रूस (Russia) ने दक्षिणी यूक्रेन में बढ़त हासिल कर ली है पर दूसरे इलाकों में उसे टक्कर मिल रही है।

रूस-यूक्रेन ने नागरिकों को निकालने के लिए मानवीय गलियारा खोलने पर सहमति भले जता दी हो लेकिन जमीन पर खास प्रगति देखने को नहीं मिली। मंगलवार को 12 घंटे के संघर्ष विराम के एलान तक रूसी विमान पूर्वी और मध्य यूक्रेन पर रातभर बमबारी करते रहे। राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में तो बेतहाशा हमले हो रहे हैं।
यूक्रेन में मानवीय सहायता के लिए बने रूसी समन्वय केंद्र ने बताया, मास्को के समयानुसार मंगलवार सुबह 10 बजे रूस ने संघर्ष विराम लागू कर दिया था ताकि सुरक्षित गलियारों से लोग जा सकें। इनमें से अधिकांश गलियारे बेलारूस होते हुए रूस की ओर जाने के लिए बनाए गए। हालांकि संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने कहा कि कीव व अन्य शहरों से खोले गए मानवीय गलियारों से लोग जहां जाना चाहें, वहां जा सकते हैं।

यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री इरिना वरेश्चुक ने कहा कि दोनों देशों ने पूर्वी यूक्रेन के शहर सुमी से भी नागरिकों की निकासी पर सहमति जताई है। इनमें भारत, चीन के छात्रों समेत विदेशी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि अकेले मैरियूपोल की करीब आधी आबादी यानी दो लाख लोग शहर से भागना चाहते हैं। वहां के अस्पतालों में जरूरी दवाओं की भारी किल्लत हो गई है।

 

अमेरिका अपने 500 सैनिक यूक्रेन के पड़ोसी देशों में करेगा तैनात
अमेरिका ने सोमवार को घोषणा की है कि वह 500 सैनिकों को यूरोप में यूक्रेन के पड़ोसी नाटो देशों पोलैंड, रोमानिया, जर्मनी, ग्रीस में तैनात करेगा। पेंटागन ने प्रेस वार्ता में फिर से साफ किया कि अमेरिका यूक्रेन में सेना नहीं भेजेगा। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने बताया कि नई तैनाती यूक्रेन-रूस युद्ध के दृष्टिगत की जा रही है। वाशिंगटन से केसी-135 रीफ्यूलिंग विमान 150 सैन्य स्टाफ लेकर ग्रीस रवाना होगा। पोलैंड व रोमानिया में जॉर्जिया के फोर्ट स्टीवर्ट में बनाए एयर सपोर्ट सेंटर से 40 सैनिक तैनात होंगे। 300 सैनिक जर्मनी में तैनात किए जा रहे हैं।

रूस केवल छोटे शहरों पर कब्जे कर रहा
जॉन किर्बी ने कहा कि इस युद्ध में रूस का पूरे यूक्रेन पर नियंत्रण नहीं हुआ है। वह खारकीव में बाहर लड़ रहा है। चेर्निहीव शहर को घेरने की कोशिश कर रहा है। लेकिन उसने केवल छोटे शहरों पर कब्जा किया है।

यूक्रेनी बहादुर, कड़ा संघर्ष
पेंटागन ने कहा कि इस संघर्ष में यूक्रेनी वीरता से लड़ रहे हैं। रूस को कड़ा संघर्ष करना होगा। किर्बी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को बहादुर और महान नेता बताया। उसे कोई सैन्य मदद न देने के साथ कहा कि अन्य प्रकार से मदद दी जा रही है।
विदेशी लड़ाके भर्ती कर युद्ध में उतार रहा रूस : किर्बी ने आरोप लगाया कि रूस कई देशों से लड़ाकों की भर्ती करवा रहा है। डेढ़ लाख की यूक्रेनी सेना ने अब तक रोके रखा है। इस वजह से पुतिन ने विदेशी लड़ाके भर्ती करना शुरू कर दिया।

यूक्रेन को विश्व बैंक से मिलेंगे 55 अरब
यूक्रेन को मिल रही अंतरराष्ट्रीय सहायता की कड़ी में अब विश्व बैंक ने भी उसके लिए 72.3 करोड़ डॉलर (करीब 55 अरब रुपये) के वित्तीय पैकेज को मंजूरी दे दी है।

400 से ज्यादा नागरिकों की मौत
संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को 406 नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की। 801 घायल बताए। हालांकि, वास्तविक संख्या ज्यादा हो सकती है।