मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय समन्वयन समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि बच्चों में तम्बाकू के सेवन प्रवृत्ति को रोकने के लिए सभी को प्रयास करने होंगे। तम्बाकू सेवन से होने वाले घातक नुकसान से बच्चों को अवगत कराते हुए बच्चों को इससे दूर रखने के लगातार प्रयास किए जाएं। उन्होंने The Cigarettes and Other Tobacco Products Act, 2003 (COTPA) का अनुपालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी के लिए उदाहरण प्रस्तुत करते हुए थाना, कलेक्ट्रेट और अस्पताल परिसरों को तम्बाकू मुक्त घोषित किया जाए। उन्होंने शीघ्र से शीघ्र इसे लागू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो लोग तम्बाकू सेवन छोड़ना चाहते हैं, उनके लिए ऑनलाइन प्रोग्राम तैयार किया जाए। स्कूली छात्र छात्राओं को वीडियो क्लिप्स के माध्यम से धूम्रपान एवं तम्बाकू से होने वाले नुकसानों एवं घातक परिणामों से अवगत कराया जाए। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को एक अध्ययन कराए जाने के भी निर्देश दिए जिसमें यह जानकारी मिल सके कि प्रदेश में तम्बाकू किस एज ग्रुप अधिक व्याप्त है। इसके साथ ही, शहरी अथवा ग्रामीण और पर्वतीय अथवा मैदानी क्षेत्रों में अधिक व्याप्त है।
इस अवसर पर अपर सचिव सोनिका, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. तृप्ति बहुगुणा एवं पुलिस एवं शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।