नंदीग्राम में कल मतदान के पहले टीएमसी सुप्रीमो और राज्य की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राष्ट्रीय स्तर के गैर बीजेपी नेता को पत्र लिखकर बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतिओं के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हुए संयुक्त रूप से लड़ने का आह्वान किया है.
ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, एमके स्टालिन, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक, जगन रेड्डी, के.एस. रेड्डी, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और दीपांकर भट्टाचार्य को व्यक्तिगत पत्र लिखकर समर्थन मांगा है.
नेशनल कैपिटल टेरीटोरी ऑफ इंडिया (एमेंडमेंट), बिल का किया विरोध
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार द्वारा नेशनल कैपिटल टेरीटोरी ऑफ इंडिया (एमेंडमेंट), बिल का जिक्र करते हुए इसे पूरी तरह से संघीय व्यवस्था के खिलाफ करार दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी केवल यह दिल्ली के साथ नहीं कर रही है. वरन पूरे देश में ऐसा किया जा रहा है. गैर बीजेपी शासित राज्यों में बीजेपी राज्यपाल के माध्यम से समस्या पैदा कर रही है.ममता बनर्जी ने योजना आयोग का नाम बदल कर नीति आयोग रखने की भी निंदा की.
Mamata Banerjee writes to leaders incl Sonia Gandhi, Sharad Pawar, MK Stalin, Tejashwi Yadav, Uddhav Thackeray, Arvind Kejriwal, Naveen Patnaik stating, "I strongly believe that the time has come for a united & effective struggle against BJP's attacks on democracy & Constitution" pic.twitter.com/OLp7tDm9pU
— ANI (@ANI) March 31, 2021
केंद्रीय एंजेंसियां का दुरुपयोग कर रही मोदी सरकार
उन्होंने लिखा है कि बीजेपी की सरकार सीबीआई, ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियां का विरोधी दल के नेताओं के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है. मोदी सरकार के निर्देश पर ईडी ने न केवल तृणमूल कांग्रेस वरन डीएमके सहित अन्य पार्टी के नेताओं के यहां छापेमारी की है. उन्होंने लिखा है कि अब यह समय आ गया है कि वह विश्वास करती हैं कि प्रजातंत्र और संविधान पर बीजेपी के आक्रमण के खिलाफ सभी को एकजुट होकर संग्राम करने की जरूरत है. मैं समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ लड़ाई करती रहूंगी. विधानसभा चुनाव के बाद एक योजना बनाए जाने की जरूरत है.