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भारत के खिलाफ बड़ी साजिश: मोस्ट वांटेड आतंकी बोला बदला लेंगे, अलर्ट पर भारत की खुफिया एजेंसी

अहमदाबाद ब्लास्ट के 38 गुनाहगारों को फांसी की सजा मिलने के बाद आतंकी बौखला गए हैं. इंडिया के मोस्ट वांटेड आतंकी ने वीडियो जारी कर सजा का बदला लेने का ऐलान किया है. खुफिया एजेंसी इस वीडियो के सामने आने के बाद अलर्ट हो गई हैं. एजेंसियों ने इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISIS का हाथ होने की आशंका जताई है. वीडियो 4 मार्च सोशल मीडिया ऐप टेलीग्राम और यूट्यूब पर अपलोड किया गया. इसमें अहमदाबाद ब्लास्ट के फैसले को मुस्लिम विरोधी और भारत सरकार की साजिश बताया गया. वीडियो को ट्विटर पर शेयर करने के लिए Voice of truth नाम का ट्विटर हैंडल बनाया गया.

क्या है वीडियो में?

वीडियो में अहमदाबाद ब्लास्ट के फैसले पर भारत सरकार से बदला लेने की धमकी दी जा रही है, वीडियो में इंडिया के मोस्ट वांटेड आतंकी उस्ताद फरहतुल्लाह घोरी Farhatullah Ghori की आवाज होने का दावा किया जा रहा है. आज तक ने ओपन सोर्स के जरिए इस वीडियो को लेकर पूरी पड़ताल की जिसमें पता चला की टेलीग्राम पर ये वीडियो Farhatullah नाम की आईडी से सर्कुलेट किया गया, जबकि यूट्यूब पर SaawtiHaqq नाम से वीडियो अपलोड किया गया और ट्विटर पर मार्च में ही कुछ दिन पहले voice of truth नाम का ट्विटर हैंडल बनाकर वीडियो को शेयर किया गया है.

कौन है फरहतुल्लाह?

फरहतुल्लाह घोरी का नाम खुफिया एजेंसियों के सामने पहली बार साल 2002 में अक्षरधाम मंदिर पर हमले के बाद सामने आया था, रिकॉर्ड के मुताबिक फरहतुल्लाह मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला है और फिलहाल पाकिस्तान में छुपकर आतंकी संगठन लश्कर और जैश के लिए काम करता है. लेकिन इस पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का हाथ है, फरहतुल्लाह अक्षरधाम में हुए 2005 के हमले में शामिल था. इसके अलावा 2005 में हैदराबाद STF ऑफिस पर फिदायीन हमला, साल 2004 में हैदराबाद में बीजेपी नेता पर जानलेवा हमले के पीछे भी इसका हाथ बताया जाता है. भारत से फरार होने के बाद फरहतुल्लाह पहले सऊदी गया, उसके बाद पाकिस्तान फरार हो गया. साल 2018 में गृह मंत्रालय ने फहतुल्लाह उर्फ अबु सूफियान को आतंकी घोषित किया था.

3 मिनट 37 सेकेंड का वीडियो

फरहतुल्लाह के बयान वाले तकरीबन 3 मिनट 37 सेकेंड के वीडियो में अहमदाबाद ब्लास्ट के फैसले का जिक्र करते हुए बदला लेने की बात कही गई है, इस बयान को ‘Official statment on Ahmedabad case verdict’ का नाम देते हुए वीडियो में फैसले की आड़ में मुसलमानों को भारत सरकार के खिलाफ भड़काने की बात कही जा रही है. वीडियो में CAA और NRC का जिक्र करते हुए गुमराह करने की कोशिश की जा रही है.

कमलेश तिवारी और हरेन पंड्या का भी जिक्र

वीडियो में गुजरात के बीजेपी नेता हरेन पंड्या जिनकी 2004 में हत्या कर दी गई थी. हिंदू नेता कमलेश तिवारी जिसकी हत्या लखनऊ में की गई थी और अभी हाल ही में गुजरात में Kishan boliya की हत्या का जिक्र करते हुए इसे बदला बताया गया है. वीडियो में दिल्ली साल 2020 दिल्ली दंगों की बात करते हुए इसे भी भारत सरकार की साजिश बताकर भड़काने की बात की जा रही है. इस वीडियो को खुफिया एजंसियों ने बेहद गंभीरता से लिया है, लेकिन आवाज वाकई फरहतुल्लाह की है या नहीं इस बारे में खुफिया एजेंसियां अभी पूरी तरह पुख्ता नहीं है.

2008 में हुआ था अहमदाबाद ब्लास्ट

बता दें कि साल 2008 में गुजरात के अहमदाबाद शहर में सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे. 2022 की शुरुआत में अदालत ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 38 आतंकियों सजा-ए-मौत की सजा सुनाई. 11 आतंकियों को उम्र कैद का फैसला सुनाया गया था.