कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जहां एक अखबार में आलेख लिखकर मोदी सरकार को घेरा वहीं, राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने चीन को बगैर जंग लड़े 1000 वर्ग किलोमीटर जमीन सौंप दी। उन्होंने सरकार से पूछा कि वह बताए कि यह जमीन कब वापस ली जाएगी?
राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि चीन ने लद्दाख सीमा पर अप्रैल 2020 के पूर्व की स्थिति बहाल करने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस नेता ने यह आरोप ऐसे वक्त लगाया है, जब दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख के गोगरा हॉट स्प्रिंग इलाके में स्थित पेट्रोलिंग पाइंट-15 (PP-15) से अपनी सेनाएं पीछे हटा ली हैं।
मई 2020 में शुरू हुआ था लद्दाख में गतिरोध
भारत व चीन के बीच पैंगोंग झील क्षेत्रों में हिंसक झड़प के बाद 5 मई 2020 में पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध शुरू हो गया था। इसके बाद दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे अपने हजारों सैनिकों और भारी हथियारों को वहां तैनात कर दिया था। लंबी सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की एक श्रृंखला के बाद दोनों पक्षों ने पिछले साल पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण तट से और गोगरा क्षेत्र से अपनी सेनाएं वापस बुला ली थी। पैंगोंग झील क्षेत्र से सैन्य वापसी पिछले साल फरवरी में हुई थी, जबकि गोगरा में पेट्रोलिंग पाइंट 17 से सैनिकों और हथियारों की वापसी पिछले साल अगस्त में हुई थी।
सोनिया गांधी ने भी मोदी सरकार पर साधा निशाना
राहुल गांधी से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आज मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। एक अंग्रेजी अखबार में लिखे ओपेड में उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनावी फायदे के लिए मोदी सरकार मतदाताओं का ध्रुवीकरण कर रही है और सामाजिक समरसता जानबूझकर भंग की जा रही है। मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि देश की सत्ता पिछले आठ वर्षों में मुट्ठी भर राजनेताओं और व्यापारियों के हाथों में केंद्रित हो गई है। इससे भारत का लोकतंत्र और संस्थान कमजोर हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संवैधानिक मूल्यों और सिद्धांतों पर हमला किया जा रहा है।