दक्षिण कश्मीर (South Kashmir) में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा (holy amarnath cave) के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने (cloudburst) से कम से कम 13 श्रद्धालुओं की मौत (13 pilgrims died) हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में 25 टेंट तथा तीन सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए। घटना के बाद अमरनाथ तीर्थयात्रा को स्थगित (Amarnath pilgrimage postponed) कर दिया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने तक अमरनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है।
आईटीबीपी के प्रवक्ता पीआरओ विवेक कुमार पांडे ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है, बारिश अभी भी जारी है। खतरे के स्तर को देखते हुए, अमरनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है क्योंकि क्षेत्र जलमग्न हो गया है। यदि मौसम सामान्य रहता है और अस्थायी व्यवस्था की जाती है, तो यात्रा कल फिर से शुरू की जा सकती है।”
रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान सेना ने संभाली
भारी बारिश के बीच शाम साढ़े पांच बजे बादल फटा। अधिकारियों ने कहा कि गुफा के बाहर बेस कैंप में अचानक पानी आने से 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए ,जहां तीर्थयात्रियों को भोजन दिया जाता है। घटना की गंभीरता को देखते हुए सेना ने रेस्क्यू का जिम्मा संभाल लिया है। सेना की छह टीमें भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई हैं। रेस्क्यू में एनडीआरफ और आईटीबीपी की टीमें भी शामिल हैं।
इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी, यहां करें संपर्क
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित की है। उपराज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने चार टेलीफोन नंबर जारी किये हैं जिस पर संपर्क कर लोग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सरकार के जनसंपर्क विभाग और श्राइन बोर्ड ने ट्वीट किया, “अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर: एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253, कश्मीर डिविजनल हेल्पलाइन: 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149।” इसके साथ ही प्रशासन ने कहा कि उसका ध्यान अभी राहत अभियान पर है।
एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253
कश्मीर संभागीय हेल्पलाइन: 0194-2496240
श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149
अमरनाथ हादसे ने ताजा कर दीं केदारनाथ आपदा की खौफनाक यादें
भारतीय सेना निचले अमरनाथ गुफा स्थल पर बादल फटने से प्रभावित इलाके में सेना के डॉग स्क्वायड के साथ बचाव अभियान चला रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, “श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। मनोज सिन्हा जी से बात की और स्थिति की जानकारी ली।’’ शाह ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर के स्थिति का जायजा लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बचाव और राहत अभियान जारी है। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय बलों और जम्मू कश्मीर प्रशासन को निर्देश दिया कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से प्रभावित लोगों को बचाने का कार्य तेजी से किया जाए।
सोनिया-राहुल ने बादल फटने से श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में कई श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के समीप बादल फटने की घटना के कारण हुई कई श्रद्धालुओं की त्रासदपूर्ण मौत की खबर से बहुत दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करती हूं।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से कई श्रद्धालुओं के लापता होने और उनकी मृत्यु की खबर बेहद दुःखद है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।’’कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के चलते कई श्रृद्धालुओं की मृत्यु का दुखद समाचार मिला। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी भावपूर्ण शोक संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दुर्घटना में लापता श्रद्धालुओं की रक्षा करें व घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।’’