कहा जाता है कि कई बार कड़ी मेहनत और ईमानदारी से काम करने के बाद भी अगर भाग्य साथ ना दे तो लोगों के सपने पूरे नहीं होते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में जहां एक कोरोबारी ने आलीशान घर बनवाने के लिए खूब पैसे जमा किए लेकिन अब उसका वही पैसा रद्दी में तब्दील हो चुका है. दरअसल कृष्णा जिले के माइलवारम में बिजली जमालय नाम का कारोबारी सूअरों को खरीदने-बेचने का काम करता था. इससे उसे जो भी आमदनी होती थी वो उसे किसी बैंक खाते में रखने की जगह अपने घर में एक ट्रंक में रख देता था. उसने इन पैसों से खुद के लिए एक बड़ा सा घर बनवाने का सपना देखा था.
हालांकि जब उस कारोबारी ने एक दिन ट्रंक खोलकर देखा तो उसके अरमानों पर पानी फिर गया क्योंकि ट्रंक में रखे करीब 5 लाख रुपये दीमक लगने की वजह से रद्दी में बदल चुके थे. यह देखकर बिजली जमालय बुरी तरह निराश हो गया क्योंकि मेहनत से जोड़ी गई एक-एक पाई को वो अपनी आंखों के सामने रद्दी होता हुआ देख रहा था. अब वो पैसे उसके किसी काम के नहीं थे क्योंकि वो कट-फट और सड़ चुके थे. इसके बाद कारोबारी ने सोचा की अब ये नोट उसके काम तो नहीं आए क्यों ना बच्चों के बीच बांट दिया जाए ताकि वो कम से कम इससे खेल ही सकें. हालांकि यहां भी बदकिस्मती ने उनका साथ नहीं छोड़ा. बच्चों को असली नोट से खेलते हुए देखकर किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. पुलिस जब मामले की जांच के लिए पहुंची तो ट्रंक में भारी मात्रा में दीमक लगे हुए नोटों को देखकर दंग रह गई. पुलिस ने उसे जब्त कर कारोबारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.