हर लड़की का सपना होता है कि वो मां बने, ये सपना बहुत ही खूबसूरत होता है। दुनिया में ऐसी कोई लड़की नहीं होगी जिसे इस खूबसूरत लम्हे को जीना ना चाहती हो। एक लड़की जब भी मां बनती है तो उसे एक बहुत ही बड़ा चैलेंज मिलता है, जिसे उसको पूरा करना होता है। जब बच्चा इस दुनियां में आता है तो उसके मां बाप उसका नाम रखने का सोचने लगते हैं, वो काफी उत्सुक होते हैं कि आखिर उनकी संतान को दुनियां में किस नाम से पुकारा जाएगा। यूनिक नाम देने के चाहत में हर पैरेंट्स अब इंटरनेट में अलग और बेस्ट नाम खोजते है। कहा जाता है कि वहां एक से बढ़कर एक अच्छे नाम मिल जाते हैं। क्या आप जानते है कि अगर आप सही ढ़ंग से बच्चे का नाम रखते हैं तो उसका आपके बच्चे के जीवन पर अलग असर पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में नाम को बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सभी 12 राशियों के लिए अक्षर बताए गए हैं जिनके आधार पर नाम रखे जाते हैं आइए जानते हैं…
किस दिन हो बच्चे का नामकरण
ऐसा बताया जाता है कि जिस दिन बच्चे का जन्म हो उस के 10वें या 12वें दिन या फिर 16वें दिन उसका नाम रखा जाता है। किसी कारण से अगर आप इन दिनों में अपनी संतान का नाम नहीं रख पाए हैं तो आप और किसी अच्छे शुभ दिन इस नामकरण संस्कार को पूरा कर सकते हैं।
हिंदु लोगों में जिस दिन बच्चें का नामकरण होता है उस दिन सभी नक्षत्र का हिसाब कर के ज्योतिष के अनुसार ही नाम निकाला जाता है । इसके अनुसार अपने बच्चे के नाम के लिए आपको कुछ अक्षर बता दिए जाते है जिनके अनुसार आप अपने बच्चे का नाम रख सकते हैं। नामकरण संस्कार के लिए अनुराधा पुनर्वसु मार्ग उत्तरा उत्तराखंड उत्तर भारत मिशन स्वाति घनिष्ठा श्रवण रोहणी अश्वनी मृगशिरा रेवती हस्त और पुष्य नक्षत्र को अच्छा कहा गया है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार नामकरण के लिए चंद दिवस के चैथे दिन , छठे दिन और आठवें दिन 90 दिन 12 दिन 14 दिन की तारीख को अच्छा कहा जाता है। पूर्णिमा और अमावस की तिथि पर नामकरण संस्कार बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि इन दिनों को अच्छा नहीं कहा गया है।