केला भारत (India) में सबसे ज्यादा सेवन किए जाने वाले फलों में से एक है। लगभग सभी मौसम में मिलने वाला यह फल आपके लिए पर्याप्त आहार हो सकता है। केले में कई आवश्यक पोषक तत्व(Nutrients) होते हैं जो वजन घटाने, पाचन और हृदय स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने में आपकी मदद कर सकते हैं। अन्य मीठे फलों की तुलना में इसमें कैलोरी भी कम होती है, जिससे यह वजन को नियंत्रित रखने वाला फल माना जाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन-सी, फोलेट, कॉपर आदि की भी पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।
अध्ययनों से पता चलता है कि रोजाना सिर्फ दो केले खाने की आदत आपके शरीर के लिए आवश्यक ज्यादातर पोषक तत्वों (nutrients) की पूर्ति कर सकता है।
एक मध्यम आकार का केले में लगभग 3 ग्राम फाइबर होता है, जो पाचन (digestion) को ठीक रखने में मदद करता है। दस्त जैसी समस्याओं के घरेलू इलाज के रूप में भी केले के सेवन को काफी फायदेमंद माना जाता रहा है। विशेषज्ञ सभी लोगों को रोजाना केला खाने की आदत बनाने की सलाह देते हैं। आइए इससे सेहत को होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।
वजन घटाने के लिए खाइए केले
यदि आप भी अधिक वजन की समस्या से परेशान हैं तो रोजाना केले का सेवन करना इसमें आपके लिए सहायक हो सकता है। केले में अपेक्षाकृत कम कैलोरी होती है। एक औसत आकार के केले में करीब 100 से अधिक कैलोरी होती है, ऐसे में यह वजन को कंट्रोल करने में सहायक है। इसके अलावा इस फल में पाया जाने वाला फाइबर पाचन को ठीक रखने के साथ पेट को भरा हुआ महसूस कराता है, जो वजन को कंट्रोल (weight control) रखने में सहायक है।
पाचन को ठीक रखने वाला फल
केले में मौजूद फाइबर की मात्रा इसे पाचन के लिए सबसे फायदेमंद फलों में से एक बनाती है। यही कारण है कि जिन लोगों को दस्त की समस्या होती है उन्हें केला खाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा अध्ययनों से पता चलता है कि केला में प्रतिरोधी स्टार्च, होता है। यह एक प्रकार का फाइबर है जो कच्चे केले में पाया जाता है और प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है। कब्ज और अपच जैसी समस्याओं को ठीक रखने में केले का सेवन फायदेमंद पाया गया है।
हृदय को स्वस्थ रखने वाले फल
हृदय रोगियों के लिए केले खाना फायदेमंद हो सकता है। केले में मौजूद पोटैशियम हृदय स्वास्थ्य, विशेष रूप से रक्तचाप प्रबंधन में काफी मददगार है। यह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने के साथ हृदय की धमनियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है जिससे हृदय रोगों को खतरा कम होता है। केले पोटैशियम का एक अच्छा स्रोत हैं, मध्यम आकार के केले (126 ग्राम) से दैनिक आवश्यकताओं के 10 फीसदी की पूर्ति की जा सकती है।
इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार
डायबिटीज में केला खा सकते है या नहीं, यह लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है। पर शोध बताते हैं कच्चा केला में इंसुलिन प्रतिरोध को सुधारने वाले पोषक तत्व होते हैं। कच्चे केले का सेवन इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकता है, ऐसे में यह डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद माना जाता है। हालांकि पके केले में भी ऐसे प्रभाव होते हैं? साथ ही केले में मौजूद प्रतिरोधी स्टार्च इंसुलिन संवेदनशीलता को कैसे प्रभावित कर सकता है, इसकी जांच के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।