बिहार में बहार है, क्योंकि बिहार में चुनाव है। कल तक वीरान रहने वाली गलियां सियासी सूरमाओं के आमद से गुलजार हो रही थी, लेकिन अब यही गलियां इन सियासी सूरमाओं के सियासी भविष्य को तय करने वाली मतदाताओं के आमद से गुलजार हो रही हैं। खैर, आज विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण वोटिंग हो रही है। पोलिंग बूथ पर चरम पर दिखती मतदाताओं की कतारें इस बात की तस्दीक करती हुई नजर आ रही है कि आज के मतदाता जागरूक हैं। खैर, अब इस सियासी पसोपेश के बीच दामन भर कर सुर्खियांं बटोरने वाली पुष्पम प्रिया जब दरभंगा में वोट डालकर मीडियाकर्मियों से मुखातिब हो रही थी तो इस दौरान उन्होंने जिस तरह इस चुनाव अपने दिल के सुरत-ए-हाल को बयां किया तो चर्चाओं का बाजार गरमा गया तो चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि दॉ प्लुरल्स पा्टी की दावेदार पुष्पम प्रिया ने इस चुनाव को लेकर क्या कहा?
बोली बदलाव जरूरी
पुष्पम प्रिया ने बदलाव की बयार का सहारा लेकर बिहार में परिवर्तन पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में विकास की गंगा बहाने के लिए हमें परिवर्तन का सहारा लेना होगा। हमें लालू यादव और नीतीश की हुकूमत को जड़ से उखाड़ने की जरूरत है। नीतीश कुमार के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वे कहते हैं कि अब यह मेरा आखिरी चुनाव है। इस पर पुष्पम ने बेहद तंजिया लहजे में कहा कि आखिरी कहां.. बिहार की जनता ने आपको पूरे 15 साल दिए, बदले में आपने क्या दिया। अब तो आपको स्वंय रिटायरमेंट ले लेनी चाहिए।
कितनी सीटें जीत रही हैं
उधर , जब उनसे यह सवाल किया गया कि आखिर आप कितनी सीटों पर चुनाव जीतने जा रही है, तो इस पर उन्होेंने कहा कि यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर इससे पहले मुझे भविष्यवाणी करना पसंद नहीं है, मगर हमारा टारगेट है कि हम ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीते।
आपने खुद को CM घोषित कर दिया था
इस पर पुष्पम प्रिया बोली नहीं ऐसा नहीं है, मैंने खुद को सीएम घोषित नहीं किया था, मैंने महज खुद को अपनी पार्टी की तरफ से सीएम प्रत्याशी बताया था। हम चुनाव लड़ते हैं। भविष्यवाणी नहीं होती है। हम उम्मीदवार होते हैं। भविष्यवाणी अगर सुननी है तो हम ही जीतेंगे। हम सरकार बनाएंगे. गठबंधन का सवाल नहीं है।