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पलामू में अब स्थिति नियंत्रित में, 100 नामजद और 1 हजार अज्ञात लोगों पर FIR, 19 फरवरी तक इंटरनेट बंद

पांकी (Panki) में बुधवार को दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प (violent clash) के मामले में पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। पुलिस ने मामले में 100 नामजद और एक हजार अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज (FIR registered) की है। इसके साथ ही पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया है। वहीं पूरे पलामू में इंटरनेट पर लगी रोक अब 19 फरवरी के सुबह दस बजे तक बढ़ा दी गई है। वैसे गुरुवार को पूरा इलाका शांत रहा और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।

तोरणद्वार को लेकर 2 पक्षों में हिंसक झड़प
बता दें कि बुधवार को पांकी में महाशिवरात्रि महोत्सव के तोरणद्वार को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं थीं। झड़प में कई दो पुलिस अधिकारियों समेत आठ लोग जख्मी हुए थे। झड़प के बाद देर शाम भी उपद्रवयिों ने एक मकान को फूंका था, जिसे दमकल के सहयोग से तुरंत काबू कर लिया गया था। पलामू के उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे और पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने पांकी में गुरुवार को बताया कि शांति व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पूरी क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। पांकी क्षेत्र में बुधवार की रात में पेट्रोलिंग की गई जबकि गुरुवार को आईजी राजकुमार लकड़ा के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया।

पलामू में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है
पांकी में कैंप कर रहे एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि स्थिति नियंत्रित में है। करीब 10 कंपनी फोर्स पांकी और आसपास के इलाके में तैनात की गई है। अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने कहा कि पूरी घटना में पुलिस ने धैर्य का परिचय दिया। पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में जुटी है। साथ ही निर्दोष लोगों को परेशानी न हो इसके लिए प्रयास कर रही है।

अभी तक 13 लोगों को किया गया है गिरफ्तार
अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे के फुटेज, अन्य वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अबतक 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी कर 13 लोगों गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार की शाम चार बजे दोनों पक्षों के दस-दस लोगों को बातचीत के लिए बुलाया गया है ताकि शुक्रवार की नमाज और महाशिवरात्रि महोत्सव पुलिस की मौजूदगी में मनाने पर विमर्श किया जाएगा। इंटरनेट सेवा को स्थगित रखने पर शांति-व्यवस्था की स्थिति पर निर्भर करेगी। स्थिति संवेदनशील रहने पर इसे अगले आदेश तक स्थगित किया जाएगा।